पटना। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि विभाग के बेहतर प्रबंधन और राज्यवासियों की सहभागिता और सक्रियता से राज्य में कोरोना टीकाकरण का आंकड़ा आठ करोड़ के पार हो गया है।
पांडेय ने इसके लिए राज्यवासियों, चिकित्सकों, स्वास्थ्यकर्मियों, टीकाकर्मियों और सामाजिक संगठनों के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि सभी के अथक प्रयास का ही परिणाम है कि राज्य निर्धारित समय से पहले ही लक्ष्य पूरा करने में सफल हो रहा है।
उन्होंने कहा कि 07 नवंबर को राज्य ने टीकाकरण के सात करोड़ का आंकड़ा पार किया था।
फिर करीब एक माह के भीतर ही बिहार ने एक करोड़ लोगों को टीकाकृत कर राज्य ने आठ करोड़ के आकंड़े को पार किया, जो बिहार के लिए खुशी की बात है।
मंत्री ने बताया कि इसके साथ ही राज्य ने एक और उपलब्धि हासिल की। देश के सर्वाधिक टीका लगाने वाले पांच राज्यों में बिहार शामिल हो गया है।
उन्होंने बताया कि राज्य में कोरोना टीका का पर्याप्त भंडार उपलब्ध है। सभी जिलों को निर्देश दिया है कि कोई भी लाभार्थी किसी भी सूरत में टीका से वंचित नहीं रहे, इसके लिए विभाग मुख्यालय स्तर पर मॉनिटरिंग कर रहा है। जिन लाभार्थियों के पास आधार कार्ड नहीं है, वैसे लाभार्थी किसी भी पहचान पत्र का उपयोग कर टीका लगवा सकते हैं।
पांडेय ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कुशल मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग कोरोना की जांच और टीकाकरण में निरंतर तेजी लाने का प्रयास कर रहा है।
घर-घर दस्तक अभियान के तहत लगातार प्रथम और दूसरी डोज के कोरोना टीकाकरण बढ़ाने को लेकर विभाग द्वारा विभिन्न प्रयास किये जा रहे हैं।
इसके तहत दिव्यांगजन, वृद्धजन एवं गर्भवती महिलाओं को उनके घर पर पहुंचकर स्वास्थ्यकर्मी टीका लगा रहे हैं। इसके अलावा कई विशेष अवसर पर भी विभाग द्वारा मेगा अभियान चला लाभार्थियों को टीका लगाया जा रहा है।
स्वास्थ्य टीम द्वारा कोरोना टीका से वंचित लोगों को मतदाता सूची के आधार पर ढूंढकर टीका दिया जा रहा है ताकि शत-प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य पूर्ण हो सके।