पटना । बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने दो दिन पहले पूर्णिया के पूर्व जिला पार्षद की हुई हत्या के मामले में मंत्री लेसी सिंह पर पीड़ित के परिजनों की ओर से आरोप लगाए जाने के बावजूद कार्रवाई नहीं होने पर सवाल खड़ा करते हुए उनसे (मंत्री से) नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिए जाने की मांग की है।
यादव ने कहा कि राज्य में विधि-व्यवस्था की क्या स्थिति है इस बात से समझा जा सकता है कि पूर्णिया में पूर्व जिला पार्षद विश्वजीत उर्फ रिंटू सिंह ने अपने ऊपर हुए हमले की शिकायत पुलिस के पास की लेकिन इस पर कार्रवाई करना तो दूर मामला तक दर्ज नहीं किया गया।
इसका परिणाम यह हुआ कि रिंटू सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उन्होंने कहा कि इस मामले में मृतक के परिजनों ने सीधे तौर पर मंत्री लेसी सिंह और उनके भतीजे पर हत्या का आरोप लगाया है।
प्रतिपक्ष के नेता ने कहा कि मृतक के परिजनों द्वारा आरोप लगाए जाने के बावजूद राज्य सरकार ने कार्रवाई के नाम पर सिर्फ संबंधित थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया है।
उन्होंने कहा कि जब उनके (तेजस्वी) खिलाफ हत्या का आरोप लगा था तो उन्होंने स्वयं सरकार से इसकी जांच कराने की मांग की थी। ऐसे में मंत्री श्रीमती सिंह में इतनी हिम्मत है तो वह सामने आकर अपने बेगुनाह होने का प्रमाण दें।
उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों ने इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो से जांच की मांग की है।
यादव ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सही मायने में गंभीर हैं तो वह हत्याकांड की जांच करवाएं। साथ ही मंत्री श्रीमती सिंह के फोन की सीडीआर रिपोर्ट निकाली जाए। इससे स्पष्ट पता चल जाएगा कि श्रीमती सिंह और थाना अध्यक्ष के बीच कितनी बार बातचीत हुई है। उन्होंने कहा कि यदि श्रीमती सिंह सही मायने में ईमानदार हैं तो सामने आकर उन्हें इस्तीफा कर देना चाहिए।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि मृतक के परिवार ने सीधा आरोप लगाया है कि श्रीमती सिंह और उनके भतीजे ने हत्या की है तो अब किस बात का इंतजार किया जा रहा है। पुलिस क्यों नहीं आरोपियों को गिरफ्तार कर रही है।