सीएम विवेकाधीन कोष से भाजपा पदाधिकारियों की हो रही आर्थिक सहायता
आर्थिक सहायता लेने वाले भाजपा पदाधिकारियों के साथ विधायक के करीब व रिश्तेदार
- आर्थिक सहायता मामले में दोषियों पर सीएम करें सख्त कार्रवाई: आप प्रवक्ता चौहान
देहरादून। मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से आर्थिक सहायता के लिए जरूरतमंद
लोगों को चक्कर काटने पड़ते है। राजनीतिक नेताओं से लेकर जनप्रतिनिधियों की
मानमनोब्ल करने के महीनों बाद उन्हें आर्थिक सहायता के रूप में पांच से दस हजार
रूपए के चेक मिल पाते है।
तो वहीं भाजपा विधायकों की ओर से इस कोष का
गलत इस्तेमाल करते हुए अपने कुछ करीबियों और भाजपा संगठन के
पदाधिकारियों को इसे बंटवा गया है।
आप ने सीएम विवेकाधीन कोष में हुई बंदरबांट पर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
आप के प्रदेश प्रवक्ता योगेन्द्र चौहान ने कहा कि भाजपा एक भ्रष्ट पार्टी है। यहां भ्रष्टाचार अपने चरम पर है और मुख्यमंत्री इस भ्रष्टाचार पर आंखें मूंदें बैठे हुए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को ऐसे विधायक और पार्षदों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ,जो गरीबों के हक के पैसे की बंदरबांट में लिप्त हैं।
उन्होंने कहा जिन लोगों को आर्थिक सहायता और इलाज के नाम पर इस कोष से धन मुहैया कराया गया है उनमें ज्यादातर लोग संपन्न हैं और बीजेपी के पदाधिकारी के साथ विधायक के करीबी और रिश्तेदार हैं।
उन्होंने कहा कि ये सभी लोग आर्थिक रुप से संपन्न लोग हैं और इन में से किसी को भी इस कोष से पैसा देने की आवश्यकता नहीं थी। लेकिन विधायक और कुछ पार्षदों ने अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए अपने करीबियों को फायदा पहुंचाने के लिए इस कोष का गलत इस्तेमाल किया है जिनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
यह है सीएम विवेकाधीन कोष के जरूरतमंद
पूनम मंमगाई पूर्व मंडल अध्यक्ष एवं पूर्व पार्षद प्रत्यााी पित्थूवाला 25000 रुपए
राजकुमार कक्कड़ पूर्व पार्षद एवं वर्तमान नामित पार्षद 40000 रुपए
दयाराम मंडल महामंत्री सेवलाकलां एवं पूर्व पार्षद प्रत्याशी 3000 रुपए
शिवानी कक्कड़ पुत्री राजुकमार कक्कड़ नामित पार्षद 2300 रुपए
जसवीर सिंह पार्षद प्रत्यशाी लुहियानगर 50000 रुपए
गुड्डी चमोली पत्नी मनमोहन चमोली नामित पार्षद 25000 रुपए
भूनेश कुकरेती बीजेपी सोशल मीडिया सह प्रभारी 75000 रुपए
दीपक भट्ट बीजेपी कार्यकर्ता 75000 रुपए
प्रकाश रतूडी बीजेपी कार्यकर्ता 29000 रुपए