राकेश प्रजापति
कोविड टीकाकरण के लगातार जो समाचार मिल रहे है और उसमे जो अनियमित्ताये हो रही है उससे जिले की तश्बीर धूमिल हो रही है ! बाबजूद इसके जिला प्रशासन में बैठे जिम्मेदार अधिकारियों के कानो में जूँ तक नही रेंग रही है ? लगातार फर्जीबाड़े की पोल खुल रही है कभी मृत व्यक्ति को चार माह बाद वैक्सीन लगना , तो कभी लेंड लाईन नंबर पर वेक्सिनेशन की पुष्टि होना ? यह तो बेशर्मी के इन्तेहाँ हो गई है !
आलाधिकारियो की चमड़ी बची रहेगी यह भर्म अधिकारियों ने पाल रखा है ? परन्तु जिले के जागरूक पत्रकार और प्रगतिशील व्यक्तिओं द्वारा हाईकोर्ट में जल्द ही जनहित याचिका के जरिये कोविड से होने बाली मौते और वैक्सीनेशन के आंकड़ो के फर्जीबाड़े में शामिल अधिकारियों के खिलाफ जबलपुर जाने की तैयारियां कर रहे है !
अब देखना होगा की इन मोटी चमड़ी और बेशर्म अधिकारीयों को कौन बचा पायेगा या इनका इंतजार काल कोठारी में पल रहे डेंगू के मच्छर रक्त चूसने के लिए आतुर है ? और अब असंगठित कामगार कांग्रेस के जिला अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने खुलासा कर सनसनी फैला दी है ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं भाजपा नेताओं के महोत्सवों के लिए प्रशासन ने टीका योग्य कुल आबादी से 8.5 लाख अधिक लोगों का जिले में टीकाकरण कर दिया है।
प्रशासनिक आंकड़े के अनुसार जिले में अब तक 22,39,413 लोगों का टीकाकरण हो चुका है, जिनमें 16,25,355 को पहला डोज एवं 6,14,058 लोगों को दोनों डोज लगाए जा चुके हैं जबकि जिले की अनुमानित जनसंख्या 24,47,215 है, जिसमें से टीका लगवाने योग्य 18 वर्ष से ऊपर की आबादी का हिस्सा (2019 के लोकसभा चुनावों की मतदाता सूची के अनुसार) 14,76,911 है यानि जिले में 14,76,911 लोगों का टीकाकरण होना था लेकिन कर दिया गया है 22,39,413 का जो टीका योग्य आबादी से 8.5 लाख से भी अधिक है।
असंगठित कामगार कांग्रेस के जिला अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने कोविड टीकाकरण के प्रशासन द्वारा जारी किए गए आंकड़ों को फर्जी बताते हुए कहा कि प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार टीकाकरण की जो तस्वीर सामने आ रही है वह कोविड टीकाकरण का सबसे बड़ा फर्जीबाड़ा है, जो सच सुनने, सच बोलने वाली जिले की जनता को भाजपा-आरएसएस का झूठ सुनने का आदी बनाने के लिए किया गया है।
कोविड टीकारण की गाईड लाईन के अनुसार 0 से 18 वर्ष के बच्चों का अभी टीकाकरण नहीं किया जाना है। 0 से 18 वर्ष के बच्चों का अधिकृत आंकड़ा तो नहीं है, लेकिन अनुमानित आंकड़ा लगभग 8.5 लाख के करीब हो सकता है।
कुल आबादी में से कुल मतदाताओं की संख्या कम कर देने के बाद जो संख्या आएगी वह 0 से 18 वर्ष के बच्चों की मानी जाएगी। सवाल यह है कि प्रशासन ने 22,39,413 लोगों के टीकाकरण का जो आंकड़ा जारी किया है, उसमें बच्चों को भी शामिल किया गया है? प्रशासन को इस संबंध में स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
कामगार कांग्रेस के जिला अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने कहा कि सरकारों को खुश करने, भाजपा नेताओं के टीका महोत्सवों के लिए प्रशासन ने टीकाकरण के फर्जी आंकड़े देकर खुद की साख दांव पर लगा दी है।
शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मंत्री, नेता झूठ बोल सकते हैं, भारतीय जनता पार्टी एवं उनकी सरकारें तो झूठ की मशीनें हैं, जो बिना रुके घंटों बोल सकती हैं, लेकिन प्रशासन उनके झूठ को और अधिक बढ़-चढ़कर प्रचारित करने लगे, तब जनता सच जानने के अधिकार से वंचित हो जाती है, कोविड टीकाकरण मामले में ऐसा ही किया गया है।
शर्मा ने कहा कि कोविड टीकाकरण के संदेहास्पद आंकड़े ने प्रशासन को झूठ परोसने वाले भाजपा नेताओं के समकक्ष खड़ा कर दिया है, जिससे प्रशासन की छवि को नुकसान हुआ है।
भाजपा नेताओं ने टीकाकरण सेंटरों पर जिस तरह की धमाचौकड़ी मचाई, प्रशासनिक अमले के काम में हस्तक्षेप किया उससे इस तरह के संदेहास्पद आंकड़ों की संभावना कई गुना बढ़ गई थी, ऐसी आशंकाएं पहले भी व्यक्त की जाती रही थीं लेकिन प्रशासन ने उन आशंकाओं पर ध्यान न देकर महोत्सवी भाजपाई को खुश करने को अपनी प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर रखा, जिस कारण ही टीकाकरण के आंकड़े संदेह के घेरे में आए हैं।
शर्मा ने प्रशासन से मांग की है कि कोविड टीकाकरण मामले में जिले की जनता को सच्चाई बताने के लिए टीकाकरण के वास्तविक आंकड़े जारी किए जाएं। प्रशासन को अब कोविड की पहली और दूसरी लहर में हुई कुल मौतों का वास्तविक आंकड़ा भी जारी करना चाहिए, जिससे जनता को सरकार की लापरवाही से हुई मौतों की सही जानकारी मिल सके।
जिले की आबादी 24,47,215 , टीका योग्य आबादी 14,76,911
टीका लग चुकी आबादी 22,39,413 आबादी से अधिक टीकाकरण 08,62,502
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