देहरादून। विश्व प्रसिद्ध माँ गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। 11:45 बजे शुभ मुहूर्त पर मां गंगा के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए गए। उत्सव डोली के साथ सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
आज गंगोत्री धाम के कपाट विधिविधान के साथ शीतकाल के लिए अगले छह माह के लिए बन्द कर दिए गए है। कपाट बन्द के समय श्रद्धालु अंतिम दर्शन के साक्षी बने।
गंगोत्री से गंगा जी की भोग मूर्ति को डोली यात्रा के साथ तीर्थ पुरोहितों के गांव मुखबा रवाना किया गया। कल शनिवार को गंगा जी की मूर्ति मुखबा स्थित मंदिर में स्थापित की जाएगी।
गंगोत्री धाम में आज सुबह से ही गंगा की विदाई की तैयारियां शुरू हो गई थीं। इस दौरान गंगा का अभिषेक करने के साथ ही गंगा लहरी, गंगा सहस्त्रनाम पाठ किया गया।
गंगोत्री मंदिर में श्रद्धालुओं ने अखंड ज्योति के दर्शन किए। नौ विहार आर्मी के पाइप बैंड तथा स्थानीय ढोल-दमाऊं की अगुआई में डोली यात्रा भैरोंघाटी होते हुए रात्रि विश्राम के लिए देवी मंदिर पहुंची।
इसके बाद कल यानी शनिवार को माँ गंगा की मूर्ति को मुखबा स्थित मंदिर में अगले छह के अखण्ड दीप जोति के साथ मंदिर में स्थापित किया जाएगा।