नैनीताल। मुख्यमंत्री पुश्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी के गौलापार में आपदा में बहे गौला पुल का निरीक्षण किया। इस धामी ने कहा कि पुल गौलापार के लोगों और किसानों की आर्थिकी से जुड़ा है।
साथ ही आवागमन का भी मुख्य माध्यम है। इसलिये क्षतिग्रस्त पुल की मरम्मत सरकार की प्राथमिकताओं में है।सरकार ने पुल की मरम्मत के लिये नियमों में शिथलीकरण किया है ताकि पुल का निर्माण जल्दी हो सके।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से युद्धस्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं। जल्द ही पुल का निर्माण कर लिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार जनता व आपदा पीड़ितों के साथ है। फिलहाल सरकार का प्रयास मूलभूत सुविधाओं जैसे पेयजल, विद्युत, सड़क, स्वास्थ्य सुविधाओं को बहाल करना है। सरकार आपदा के कार्यों की लगातार निगरानी कर रही है। यहां बता दें कि 18 व 19 अक्टूबर को हुई भारी बारिश के चलते हल्द्वानी मार्केट से गौलापार को जोड़ने वाले गौला पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था।
इसके बाद पुलिस- प्रशासन ने पुल पर आवाजाही रोक दी थी। इससे गौलापार के किसानों व ग्रामीणों को बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री से मिलकर पुल की मरम्मत की मांग भी की थी।
शनिवार रात को काठगोदाम सर्किट हाउस में आपदा कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को सख्त लहजे में निर्देश दिये कि ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। साथ ही लापरवाही करने वाले अधिकारियों को बख्शा नहीं जायेगा। इस मामले में किसी की सिफारिश भी नहीं चलेगी।
निरीक्षण के दौरान आपदा प्रबंधन मंत्री डा. धनसिंह रावत, ग्राम्य विकास मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, मेयर जोगेन्द्र पाल रौतेला, मंडलायुक्त सुशील कुमार, पुलिस उपमहानिरीक्षक नीलेश आनंद भरणे व जिलाधिकारी धीरज गर्ब्याल भी साथ रहे।