चारधाम यात्रा के शुरू होने से गंगोत्री व यमुनोत्री धामों में लौटी रौनक

तीर्थयात्री बेहद खुश, यात्रा से जुड़े व्यवसायियों के चेहरे खिल उठे

  • देश के विभिन्न राज्यों से दोनों धामों में पहुंचने लगे तीर्थ यात्री

 

उत्तरकाशी। कोविड 19 के चलते दो वर्षों से बंद पड़ी चारधाम यात्रा का शनिवार को आगाज हो गया है। चारधाम यात्रा का हालांकि अब मात्र डेढ़ माह का समय बचा हुआ है,लेकिन यात्रा के शुरू होने से तीर्थ यात्री भी जहां बेहद खुश दिखाई दे रहे है,वहीं यात्रा से जुड़े व्यवसायियों के चेहरे भी खिल उठे है। यात्रा के शुरू होने पर पंडा समाज भी काफी उत्साहित है।

यात्रा के शुरू होने से जिले के गंगोत्री और यमुनोत्री दोनों धामों में दो वर्षों से चला रहा सन्नाटा टूटने से रौनक लौट आई है। दोनों धामों में स्थानीय लोगों के साथ ही देश के विभिन्न राज्यों से तीर्थयात्री पहुँच रहे है।

सरकार ने गाइडलाइन जारी कर सीमित संख्या में चारधाम यात्रा को खोल दिया है

चार धाम यात्रा पर हाईकोर्ट की ओर से रोक हटाए जाने के बाद प्रदेश सरकार ने गाइडलाइन जारी कर सीमित संख्या में चारधाम यात्रा को खोल दिया है हालांकि अब चारधाम यात्रा के कपाट बंद होने में करीब डेढ़ माह का समय बचा है। इसके बाद भी चारधाम यात्रा से जुड़े व्यवसायियों और तीर्थ पुरोहितों को उम्मीद है कि यात्रा खुलने से उनकी आजीविका में कुछ न कुछ सुधार अवश्य होगा। कोविड 19 महामारी के चलते चारधाम यात्रा दो वर्षो से बंद पड़ी हुई है। इससे खासकर यात्रा से जुडे़ होटल, दुकानदार,परिवहन तथा पर्यटन से जुड़े अनेक व्यवसायियों की रोजी रोटी काफी प्रभावित हुई है। जिले में गंगोत्री और यमुनोत्री दो प्रसिद्ध धाम स्थित है।
चारधाम यात्रा के दौरान दोनों धामों में प्रतिवर्ष 15 लाख से अधिक देश-विदेश के तीर्थ यात्रा दर्शन के लिये
पहुंची है। जिले के अधिकांश लोगों का व्यवसाय चारधाम यात्रा पर टिका हुआ है। जिले में करीब 5 हजार से अधिक होटल, रेस्टोरेंट,दुकान व्यवसायी है तथा इनसे करीब 20 हजार लोग प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार
प्राप्त करते है। इसी तरह परिवहन व्यवसाय से भी सैकड़ों लोग जुड़े है। चारधाम यात्रा के ठप होने से सभी व्यवसायों के समक्ष भुखमरी की नौबत आ गई थी। होटल व्यवसायी से जुड़े लोगों को बिजली पानी के बिलों का भुगतान करना भी मुश्किल हो रहा था। चारधाम व्यवसायी लंबे समय से यात्रा को शुरू करने की मांग करते आ रहे थे,लेकिन कोविड 19 को देखते हुए हाईकोर्ट द्वारा चारधाम यात्रा पर रोक लगा दी गई थी। यात्रा के शुरू होने से जिले के दोनों धामों में चहल-पहल शुरू हो गई है। पहले दिन दोनों धामों में हालांकि कम ही यात्री पहुंचा है,लेकिन गंगोत्री धाम में गुजरात सूरत तथा यमुनोत्री धाम में झारखंड से पहुंचे यात्रियों का दल काफी खुश नजर आया है। गुजरात सूरत से गंगोत्री धाम पहुंचे मीना बौन का कहना है कि चारधाम यात्रा के शुरू होने से उन्हें बहुत खुशी हुई है। गुजरात से आये मुकेश पटवाल ने कहा कि वे 15 सितंबर को हरिद्वार आए थे तथा उन्हें पता चला की चारधाम यात्रा खुल गई तो वे काफी खुश हुए और अपने साथियों के साथ गंगोत्री धाम की यात्रा पर चल पड़े। गंगोत्री धाम के दर्शन कर वे अन्य धामों के दर्शन के लिये जायेंगे। हिमाचल प्रदेश के श्रद्धालु मेजर संतोषी ने कहा कि वह गंगोत्री धाम के दर्शन कर अभिभूत हैं। यहां पर चारधाम यात्रा के लिए मार्ग खुले हैं। मेजर संतोषी ने कहा कि प्रदेश सरकार को इसके लिए सकारात्मक कदम उठाने चाहिए वहीं राजस्थान के यात्री ने भी संदेश दिया कि गंगोत्री धाम के दर्शन के लिए आएं। गंगोत्री मंदिर समिति के महासचिव राजेश सेमवाल का कहना है कि गंगोत्री धाम में सभी प्रकार की व्यवस्था दुरस्त हैं। बरसात के बाद यात्रा का यह सबसे अनुकूल समय है। गंगोत्री धाम में कोविड नियमों का पालन करते हुए दर्शन करवाए जा रहे हैं।

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