देहरादून। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से पहले भाजपा विधायक और कार्यकर्ताओं में जबरदस्त भिड़ंत देखने को मिली। रायपुर में डिग्री कॉलेज के भवन के लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के पहुंचने से चंद मिनट पहले रायपुर से भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ अपने ही कार्यकर्ताओं पर भड़ास निकालते हुए नजर आए । उच्च शिक्षा राज्य मंत्री धन सिंह रावत के सामने काऊ का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। और उन्होंने कार्यक्रम को छोड़ने तक की धमकी दे दी ।
भाजपा विधायक अपने ही पार्टी के कार्यकर्ताओं को औकात में रहने तक की धमकी देने लगे। भाजपा विधायक जिस कार्यकर्ता से उलझे वह जिला पंचायत के सदस्य हैं और पार्टी में 15 से 20 सालों के लिए काम कर रहे हैं। जिला पंचायत सदस्य वीर सिंह का कहना है कि विधायक जिस तरीके से अपशब्दों का प्रयोग कर रहे हैं उससे कार्यकर्ताओं का मनोबल भी गिर रहा है एक विधायक को यह शोभा नहीं देता कि वह अपने ही पार्टी के कार्यकर्ताओं को इस तरीके से धमकाए,खास बात यह है कि उच्च शिक्षा विभाग के कार्यक्रम को उमेश शर्मा काऊ अपना निजी कार्यक्रम तक बताने लगे और कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम से निकलने तक की धमकी देने लगे।
धन सिंह रावत से उमेश शर्मा काऊ शिकायत करते हुए नजर आए कि यह मुझे अपना विधायक नहीं मानते हैं और इस क्षेत्र में जो भी पोस्टर लगते हैं उनको यह फाड़ देते हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले जिस तरीके से फूंक भाजपा के भीतर रायपुर में देखने को सरेआम मिल रही है उससे कहीं ना कहीं पार्टी के लिए यह चिंता का विषय भी है कि आखिर चुनावी रण में जाने से पहले पार्टी में इस तरह के मतभेद क्यों है जिसका समाधान पार्टी को चुनाव से पहले निकालना होगा। कई ऐसे विधायक भी हैं जो अपने सत्ता के नशे में चूर होकर कार्यकर्ताओं को कुछ समझते ही नहीं और जैसे ही 5 साल में चुनाव आते हैं तो तुरंत विधायक जनता के चरणों में चले जाते हैं जनता ही जनार्दन होती है यह शब्द घमंड करने वाले विधायक भूल जाते हैं लेकिन जनता तो जनता है जो अपमान का बदला जरूर लेती है, सरकार भाजपा हो या कांग्रेस इन सभी पार्टियों को अपने विधायकों को एक शिष्टाचार का पाठ पढ़ाना चाहिए साथी जो भी विधायक जनता के साथ इस तरह की दुर्भावना औकात जैसी बात बातें करते हैं पार्टी को उस विधायक के खिलाफ भी पार्टी फोरम पर बात रखकर कार्रवाई करनी चाहिए।