राष्ट्र भक्ति के रंग में रंगा देश, लाल किला कई मायनों में था अलग

नयी दिल्ली। 75वें स्वतंत्रता दिवस पर राजधानी दिल्ली में मुख्य आयोजन स्थल लाल किला के आसपास बेहद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। दिल्ली पुलिस के साथ अर्ध सैनिक बलों के जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात थे। लाल किला पर इस बार सुरक्षा व्यवस्था ऐसी थी कि पंरिंदा भी बिना इजाजत पर नहीं मार सकता था। लाल किला पर आयोजित मुख्य समारोह कई मायनों में अलग था। इस बार हर साल की तुलना में दर्शकों की संख्या काफी कम थी।

बिना पास वाले किसी भी व्यक्ति को समारोह स्थल पर जाने की इजाजत नहीं दी गयी थी। साथ ही इस बार पास भी काफी सीमित संख्या में जारी किए गए थे। स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया गया। समारोह में शामिल होने वाले सभी लोग मास्क पहने हुए थे। साथ ही यहां पर सोशल डिस्टेंंसिग का भी पूरी तरह से पालन किया गया। लोगों के बैठने के लिए कुर्सियां काफी दूर-दूर पर लगाई गई थीं। साथ ही हर कुर्सी के पास कोरोना किट, जैसे मास्क, ग्लव्स, सैनिटाइजर, जूट का बैग तथा पानी की बोतल रखी हुयी थी। इस साल के समारोह का मुख्य आकर्षण हेलिकॉप्टरों से पुष्पा वर्षा रही।

भारतीय वायु सेना के हलिकॉप्टरों ने पहली बार लाल किला पर आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान आसमान से पुष्प बरसाकर लोगों का अभिवादन किया। इसके साथ ही इस बार के समारोह में जापान की राजधानी टोक्यो में आयोजित ओलंपिक गेम्स में देश का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ी भी मौजूद रहे। टोक्यो ओलंपिक में शामिल होने वाले खिलाड़ियों को विशेष अतिथि के तौर पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में आमंत्रित किया गया था, लेकिन इस बार के समारोह में स्कूली बच्चे शामिल नहीं हुए। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के मद्देनजर इस बार स्कूल बच्चों के समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया था। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस बार अपना संबोधन समाप्त करने के बाद दर्शकों के बीच नहीं गए।

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