शिमला : हिमाचल प्रदेश में लाहौल स्पीति जिले के नालदा गांव के पास पहाड़ टूट कर गिरने से चंद्रभागा नदी का बहाब रूक गया है जिससे आसपास के गांवों तथा उनके साथ लगती जमीन पर खतरा मंडरा रहा है। देर शाम तक चंद्रभागा नदी का रुका हुआ बहाव फिर से शुरू होने लोगों ने राहत की सांस ली । नदी का करीब 80 फीसदी पानी घटने लगा है। इससे पहले नदी का जलस्तर रूकने से कई गांवों में खतरा पैदा हो गया था। लोग घरों को छोड़कर जाने को मजबूर हो गए । जूंडा, तड़ंग और जसरथ गांव की सैकड़ों बीघा जमीन पर फसल बर्बाद हो गई है। नदी का जलस्तर रूकने से चार घरों में पानी जमा हो गया जिससे करीब 16 लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ से प्रभावित हुए इन परिवारों के लिए अस्थायी आश्रय, भोजन और कंबल की व्यवस्था कर दी गई है। घर से पानी निकाल दिया गया है। पानी की निकासी का काम पूरा किया जा रहा है। मंत्री रामलाल मारकंडा ने जिला प्रशानस के साथ घटनास्थल का दौरा किया और घाटी में हुए नुकसान का जायजा लिया। ज्ञातव्य है कि नदी का जलस्तर रूकने से आई बाढ़ में पांच गौशाला, एक भेड़ और एक बछड़ा बह गया तथा तीस बीघा कृषि भूमि भी बाढ़ की चपेट में आ गई है। अभी तक करीब 52 लाख रुपये का नुकसान हो चुका है। एनडीआरएफ टीम को कुल्लू में अलर्ट पर रखा गया है।