- नमो एप के सर्वे क्या शुरू हुआ भाजपा के कई नेता जुटाने लगे समर्थकों का समर्थन
- विधायक भी अपनी छवि बेहतर करने के लिए अपने पक्ष में राय देने को कह रहे हैं
देहरादून।आगामी विधान सभा चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री के नमो एप पर सबसे लोकप्रिय तीन नेताओं की खोज और विधायकों को लेकर जनता की राय जानने को सर्वे क्या शुरु हुआ। भाजपा के कई नेता इस जुगाड़ में जुट गए हैं कि किसी तरह पीएम के सामने ऐसी तस्वीर उभरे कि वे सबसे लोकप्रिय तीन नेताओं में शामिल हो जाएं । अनुमान है कि इन नेताओं के हाथ भविष्य में सीएम की कुर्सी लग सकती है।सूत्रों की मानें तो यही देखते हुए प्रदेश भाजपा के कई बड़े नेता जहां अपने समर्थकों को नमो एप में अब अपने पक्ष में राय देने को कह रहे हैं तो भाजपा के तमाम विधायक अपने समर्थकों को नमो एप डाउनलोड कर सर्वे के सवालों का उनके पक्ष में उत्तर देने को कह रहे हैं। बता दें कि उत्तराखंड में फिलवक्त करीब साढ़े चार लाख लोगों ने नमो एप डाउन लोड किया है। सूत्रों की मानें तो अब भाजपा के कई नेता अपने पक्ष में हवा बनाने के लिए अपने समर्थकों को अलग-अलग फोन पर या अपने परिवार से सभी लोगों को फोन पर नमो एप डाउन लोड करने को कह रहे हैं ताकि सर्वे के नतीजे उनके पक्ष में आ सके।
वैसे सर्वे में शामिल होने वाले व्यक्ति से पूछा जा रहा है कि क्या उसने भाजपा के लिए कार्यकर्ता या स्वयंसेवक के रूप में काम किया है या पार्टी को दान या चंदा दिया है। दरअसल यह सवाल भाजपा कार्यकर्ताओं को चिह्नित करने के लिए किया गया है ताकि सर्वे में जो राय आए वह आम जनता की राय हो न कि भाजपा कार्यकर्ताओं की। सूत्रों की मानें तो इसे ही देखते हुए नेता अपने समर्थकों से इस सवाल का उत्तर न में देने को कह रहे हैं ताकि लगे कि राय निष्पक्ष व्यक्ति की है। वैसे इस सर्वे के जरिए भाजपा कार्यकर्ताओं में नेताओं विधायकों की लोकप्रियता का अनुमान भा लगाया जाएगा।
बता दें कि खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नमो एप के जरिए विधानसभा चुनाव से पहले धामी सरकार और विधायकों की प्रदर्शन और उनकी जनता मेें छवि को लेकर जनता की नब्ज टटोल रहे है। नपो एप पर यह सर्वे चुनावी राज्यों उत्तराखंड, यूपी, पंजाब, गोवा और मणिपुर में किया जा रहा है, पंजाब को छोड़ कर बाकी चार राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं और टिकट बांटने-काटने में यह फीडबैक अहम रोल निभा सकता है। सर्वे में जनता से उम्मीदवारों के चयन को लेकर अलग-अलग मसलों पर राय मांगी गई है। 13 पेज के अनलाइन सर्वे में पूछे गए प्रश्नों से पता चलता है कि भाजपा संगठन से अल पीएम मोदी अपने तरीके से चुनावी राज्यों की सरकारों और विधायकों के कामकाज और नए उम्मीदवारों को लेकर जनता की राय जानना चाहते है। विधायक भी इसीलिए मान रहे हैं कि अगर ऐप के नतीजे उनके पक्ष में रहे तोउनका टिकट पक्का हो जाएगा
सर्वे के इन सवालों ने मचवाई भाजपा नेताओं में होड़
- राज्य के तीन कौन सबसे लोकप्रिय नेता हैं
- चार साल में राज्य सरकार की कार्यसंस्कृति में क्या सुधार हुआ
- राज्य सरकार की किस योजना या पहल से आपको सबसे ज्यादा लाभ हुआ
- आपका विधायक कौन है, क्या उसे दोबारा चुनेंगे
- क्या विधायक सुलभ हैं, उनके कार्यों से संतुष्ट हैं
- क्या उम्मीदवार की जाति, धर्म या उसके काम के रिकार्ड को वरीयता देंगे।
- विधायक चुनने में जाति, धर्म या विकास क्या आधार होना चाहिए
- विस क्षेत्र में सड़क, बिजली, पेयजल कानून व्यवस्था, शिक्षा की स्थिति से कितने संतुष्ट हैं
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