रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग दौरे पर आए पूर्व मुख्यमंत्री एवं गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत को पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चंडी प्रसाद भट्ट ने केदारघाटी की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया। उन्होंने जनता की सुरक्षा और सुविधा के लिए समस्याओं पर यथाशीघ्र कार्यवाही की गुहार लगाई है।
मुख्यालय में गढ़वाल सांसद को दिए विभिन्न ज्ञापनों में पूर्व जिपं चंडी प्रसाद भट्ट ने कहा कि ऊखीमठ तहसील में राइंका दैड़ा के भवन को भूस्खलन का खतरा है, इसलिए विद्यालय की सुरक्षा के लिए आकाशकामिनी नदी से विद्यालय तक सुरक्षा कार्य किया जाना जरूरी है।
यह विद्यालय सात ग्राम पंचायतों के छात्र-छात्राओं का केंद्र है। अगस्त्यमुनि ब्लॉक के ग्राम पंचायत क्यूंजा के चारों तोक में भूस्खलन से प्रभावित परिवारों का विस्थापन एवं पुनर्वास किया जाए। यहां चारी तोक में 18 परिवारों को भारी खतरा बना है। ऊखीमठ तहसील के ग्राम पंचायत दैड़ा के पापड़ी तोक में 18 परिवारों को भूस्खलन का खतरा बना है।
वर्तमान में पापड़ी तोक के सतेंद्र सिंह, योगेंद्र सिंह, प्रेम लाल, संदीप लाल, रूपलाल, दिनेश लाल, रमेश लाल, दिनेश लाल पुत्र श्यामलाल की मकानों पर दरारें आई है, जिससे इन परिवारों का विस्थापन जरूरी है। केदारनाथ विधानसभा में प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना में बनी सडक़ों की स्थिति काफी खराब है। ऊखीमठ-मनसूना, जुगासू-राऊंलेक, फाटा-जामू, लमगौंडी-देवलीभणिग्राम, भीरी-परकंडी-मक्कूमठ मोटर मार्ग जीर्णशीर्ण बना है। ग्रामीणों को यहां आवाजाही में परेशानियां उठानी पड़ रही है। भाजपा नेता चंडी प्रसाद भट्ट ने गढ़वाल सांसद से उक्त समस्या पर शीघ्र कार्रवाई की मांग की है।