लखनऊ। उत्तर प्रदेश की आर्थिक राजधानी के तौर पर विख्यात गौतमबुद्धनगर स्थिति नोएडा निवेश के मामले में देश और विदेश में अपनी धाक बरकरार रखे हुये है और यही कारण है कि पिछले चार सालों में यहां 855 बड़े निवेशकों ने औद्योगिक भूखंड खरीदे हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सीमा पर स्थित नोएडा की स्थापना 17 अप्रैल 1976 को हुई थी। तब से लेकर अब तक नोएडा में देश और विदेश के बड़े -बड़े निवेशक लगातार अपनी फैक्ट्री लगा रहे हैं।
बीते चार वर्षों में नोएडा में देश तथा विदेश के 855 बड़े निवेशको का नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण से औद्योगिक प्लाट लेना इसका सबूत है। ये बड़े निवेशक नोएडा में 20,560 करोड़ रुपए का निवेश कर अपना उद्यम स्थापित कर रहे हैं, जिसमें 1,47,703 लोगों को स्थायी रोजगार मिलेगा। निवेश करने वाले बड़े निवेशकों में सैमसंग, पेटीएम, टीसीएस, माइक्रोसाफ्ट, अडानी ग्रुप, केंट आरओ तथा हल्दीराम जैसे बड़े निवेशक हैं।
आधिकारिक सूत्रों की माने तो नोएडा में तो अब यह भी चर्चा भी होने लगी है कि जेवर एयरपोर्ट के निर्माण का कार्य तेज होते ही यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) में अपना उद्यम स्थापित करने वाले निवेशकों की संख्या में इजाफा होगा। जिसका लाभ नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकार को भी होगा। यहां उद्योग लगाने वाले निवेशकों की संख्या में और इजाफा होगा।
उन्होने कहा कि नोएडा के बड़े निवेशकों के बीच शुरू हुई यह चर्चा में अकारण नहीं है। बीते चार वर्षों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिस तरह से अलग-अलग सेक्टरों में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए नीतियों को तैयार कराया है। उसके चलते बड़ी संख्या में देशी – विदेशी कंपनियों ने नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण (नोएडा), ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण (ग्रेटर नोएडा) और यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) क्षेत्र में अपनी फैक्ट्री लगाने की पहल की।
औद्योगिक विकास के अधिकारियों के अनुसार बीते चार वर्षों में सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर 855 बड़े निवेशकों ने नोएडा फैक्ट्री लगाने के लिए औद्योगिक प्लाट लिए हैं। इन 8,55 औद्योगिक प्लाट पर 20,560 करोड़ रुपए का निवेश कर फैक्ट्री लगाई जाने की कार्रवाई हो रही है। इन फैक्ट्रियों में 1,47,703 लोगों को स्थायी रोजगार मिलेगा। नोएडा में जिन 855 बड़े निवेशकों ने औद्यगिक प्लाट लिया हैं, उनमें से तमाम निवेशको ने अपनी यूनिट की स्थापना का निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया है।