सिविल अस्पताल रुड़की की अवस्थाओं पर भड़के स्वास्थ्य मंत्री
सीएमएस को लगाई फटकार और ड्यूटी से नदारद मिले चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए
रुड़की। स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने आज सिविल अस्पताल रुड़की का आकस्मिक निरीक्षण किया । जैसे ही वह अस्पताल में पहुंचे तो वहां पर उन्हें अवस्थाएं देखने को मिली। सीएमएस उस समय अस्पताल में नहीं थे। थोड़ी देर बाद पहुंचे सीएमएस को स्वास्थ्य मंत्री ने फटकार लगाई। कई चिकित्सक नदारद मिले। उनके बारे में स्वास्थ्य मंत्री ने सीएमएस से जानकारी ली और कहा है कि डयूटी के प्रति इस तरह लापरवाही नहीं चलेगी। स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने सख्त नाराजगी जताई और उन्होंने सिविल अस्पताल से ही डीजी हेल्थ को फोन मिला कर उन्हें निर्देश दिए कि जितने भी चिकित्सक अस्पताल से नदारद मिले हैं । उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए । उन्होंने सिविल अस्पताल परिसर में निजी एंबुलेंस खड़े होने पर सख्त नाराजगी जताई और हिदायत दी है कि अस्पताल प्रबंधन और एंबुलेंस चालकों के बीच इस तरह की जुगलबंदी नहीं चलनी चाहिए। गंदगी पर भी वह बहुत ही नाराज दिखे। उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजों से बातचीत की और उन्हें दिए जा रहे खाने और दवा के बारे में जानकारी ली। अस्पताल परिसर में बैठे मरीजों के परिजनों से भी स्वास्थ्य मंत्री ने स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी ली है। उन्होंने सीएमएस को निर्देश दिए हैं कि वह यहां पर अच्छी व्यवस्था कराएं ताकि मरीज के साथ आने वाले परिजनों को कोई असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि सिविल अस्पताल रुड़की में मेडिकल सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी यहां पर बेड़ भी और बढ़ाए जाएंगे । उन्होंने सीएमएस डॉ कंसल को निर्देश दिए हैं कि कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर सभी स्वास्थय सेवाएं पूरी तरह दुरुस्त की जाए। बच्चों के लिए मेडिकल सुविधा अच्छी से अच्छी की जाए। उन्होंने हिदायत दी है कि ड्यूटी के प्रति लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने तैयार हो चुके ऑक्सीजन प्लांट और आईसीयू के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि कोरोला की तीसरी लहर को लेकर पूरी तरह सतर्कता बढ़ती जाए। निरीक्षण के दौरान सिविल अस्पताल में मौजूद जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत को बताया कि शहर के आसपास व कस्बों में काफी अस्पताल ऐसे चल रहे हैं जिनके पास न तो कोई मेडिकल सुविधाएं हैं और न ही रजिस्ट्रेशन ऐसे स्थानों पर सख्ती बरती जाना जरूरी है। ऐस अस्पताल जन स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जल्दी छापामार कार्रवाई शुरू कराई जाएगी।