लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रावण मास में भगवान शिव के भक्तों की पवित्र कांवड़ यात्रा की तैयारियों और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि श्रावण मास 25 जुलाई से प्रारम्भ हो रहा है। इसके मद्देनजर प्रदेश के विभिन्न जिलों एवं मार्गों पर श्रद्धालुओं द्वारा निकाली जाने वाली कांवड़ यात्राओं के सम्बन्ध में सभी तैयारियां समय से सुनिश्चित कर ली जाएं।
इन यात्राओं में कोविड प्रोटोकॉल का पूर्ण पालन सुनिश्चित हो। कांवड़ यात्राओं के सुरक्षित, सकुशल एवं सफल संचालन के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की कोताही न हो। श्रावण मास के प्रारम्भ होने के पूर्व बकरीद का भी त्यौहार पड़ रहा है। इसके दृष्टिगत सतर्कता और सावधानी आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांवड़ संघों से संवाद स्थापित किया जाए ताकि अनावश्यक भीड़ न एकत्र हो। कोविड के सम्बन्ध में सतर्कता व सावधानी के सभी उपाय सुनिश्चित किए जाएं। उन्होंने कहा कि कोविड की सेकेण्ड वेव पर नियंत्रण हुआ है, किन्तु सावधानी हर स्तर पर बरतना आवश्यक है। उन्होंने जन-भावनाओं और आस्था का सम्मान करते हुए कोविड प्रोटोकॉल के नियमों का पालन किए जाने की बात कही।
उन्होंने कहा कि कोविड के दृष्टिगत कोविड हेल्प डेस्क, कोविड केयर सेण्टर, एम्बुलेंस सेवा, हॉस्पिटल में आरक्षित बेड आदि उपलब्ध रहें। इन्फ्रारेड थर्मामीटर, पल्स आक्सीमीटर, सैनिटाइजर की भी व्यवस्थाएं कांवड़ यात्रियों व यात्राओं के सम्बन्ध में की जाएं। श्री योगी ने कहा कि सभी शिव मंदिरों, शिवालयों, देव मंदिरों, यात्रा मार्गों सहित ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए।
यात्रा मार्गों पर स्ट्रीट लाइट सुनिश्चित की जाए। इन मार्गों पर बिजली के तार झूलते हुए न मिलें। यातायात व्यवस्था को बेहतर तरीके से मैनेज किया जाए। संवेदनशील स्थलों के सम्बन्ध में पूर्व तैयारी सुनिश्चित करते हुए चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था रखी जाए। शिवालयों, कावंड़ यात्रियों के लंगर स्थलों, विश्रामालयों आदि स्थलों पर भी विशेष सतर्कता रखी जाए। सड़क व नदी आदि में होने वाली दुर्घटनाओं के सम्बन्ध में भी तैयारी कर ली जाए। शिवालयों और शिव मंदिरों में भी प्रकाश सहित उत्कृष्ट व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं, जिससे कांवड़ यात्री मंदिर पहुंचकर जलाभिषेक कर सकें। विद्युत आपूर्ति और पेयजल सहित यात्रियों के लिए जन-सुविधाओं की भी उपलब्धता रहे।प