सरकार ने राशन विक्रेता का लाभांश 50 रुपए प्रति कुंतल बढ़ाया
कोरोना से मरने वाले राशन बिक्रेताओं को मिलेगी दुकान और 1 लाख की धनराशि
- हर गोदामों में इलेक्ट्रॉनिक कांटे को सरकार ने किया अनिवार्य
देहरादून । राशन विक्रेताओं के प्रति सरकार ने काफी नरम रुख अख्तियार किया है। शुक्रवार की सरकार ने राशन विक्रेताओं के पक्ष में महत्वपूर्ण फैसला लिया। इस क्रम राशन विक्रेताओ का लाभांश 50 रुपए प्रति कुंतल बढ़ाया गया। इसके अलावा सरकार ने यह तय किया कि यदि किसी राशन विक्रेता की मौत कोरोना महामारी की वजह से होती है तो सरकार उक्त राशन विक्रेता के परिजनों को राशन दुकान के अलावा 10 लाख की धनराशि भी मुहैया कराएगी।
राशन विक्रेताओं की समस्याओं को लेकर आयोजित की गई बैठक
प्रदेश के खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री बंशीधर भगत की अध्यक्षता में विधानसभा स्थित सभा कक्ष में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अंतर्गत सरकारी राशन विक्रेताओं की समस्याओं को लेकर विभागीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
बैठक में राशन विक्रेताओं की समस्याओं पर गंभीरता से मंथन के बाद यह निर्णय लिया गया कि राज्य खाद्यान्न योजना तथा चीनी के लिए राशन विक्रेताओं का लाभांश बढ़ा कर 50 रुपए प्रति कुंतल किया जायेगा। अभी तक यह चीनी में 7 रुपये 28 पैसे और राज्य खाद्य योजना में 18 रुपये प्रति कुंतल था।
परिवहन से जुड़ी समस्यायों के समाधान के मद में भुगतान के लिए भारत सरकार से बजट प्राप्त किया जाना है, इसके लिए केंद्रीय खाद्य मंत्री से शीध्र ही प्रदेश के खाद्य मंत्री मुलाकात करेंगे।
राशन विक्रेताओं को तौल कर खाद्यान्न तथा चीनी दिया जायेगा
इसके अलावा यह निर्णय लिया गया कि सभी गोदामों तथा राशन विक्रेताओं को तौल कर खाद्यान्न तथा चीनी दिया जायेगा। इसके लिए इलेक्ट्रॉनिक कांटे भी लगाए जाएंगे। बेस गोदाम पर बड़े धर्म कांटे भी लगाए जाएंगे। राशन विक्रेता के कोरोना से मृत्यु होने पर बारिश को दुकान आबंटित किया जायेगा तथा 1 लाख रुपये की बीमा स्वरूप आर्थिक सहायता दी जायेगी। बैठक में बताया गया कि अभी तक 3 महीने के लिए चीनी और खाद्यान्न योजना का खाद्यान्न उपलब्ध है।
बैठक में खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग के सचिव सुशील कुमार,अपर सचिव प्रताप शाह,संयुक्त आयुक्त पीएस पांगती सहित अन्य विभागीय अधिकारी और राशन विक्रेताओं का प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
विभागीय अधिकारियों को जमकर फटकार
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बंशीधर भगत ने शुक्रवार को संपन्न हुई खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति की बैठक में विभागीय अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई । दरअसल काफी लंबे समय से साढ़े 8 हजार चावल के कट्टे तथा ढ़ाई हजार गेहूं के कट्टों को लेकर घपले की बात उजागर हुई है। इसको लेकर पिछली बैठक में भी मंत्री ने पूरे प्रकरण की फाइल तलब की थी लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी मंत्री के समक्ष अधिकारियों ने फाइल पेश नहीं की जिससे मंत्री काफी नाराज हुए और उन्होंने आगामी 24 घंटे के अंदर फाइल पेश करने को कहा है।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बंशीधर भगत ने कहा कि किसी भी तरह की वित्तीय गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि चावल और गेहूं के कट्टे कहां गए । इसकी जानकारी तो होनी चाहिए। मंत्री ने कहा कि पिछली बैठक में ही फाइल तलब की गयी लेकिन अब तक फाइल पेश नहीं करने का मतलब साफ है कि कहीं न कहीं गड़बड़ जरूर है। इस तरह की हरकत को सरकार ने काफी गंभीरता से लिया है। जवाब मिलने के जरूरी कार्रवाई की जाएगी।