देहरादून । त्रिस्तरीय पंचायतों में विकास को लेकर प्लानिंग और सुझाव को ध्यान में रखकर सोमवार को पंचायती राज निदेशालय से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पूरे प्रदेश के पंचायत प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इस मौके पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा पंचायती राज विभाग द्वारा विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत 5 जुलाई से की गयी। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने में पंचायती राज विभाग के अधिकारी जुटे हुए थे।
पंचायतीराज विभाग के निदेशक हरि चंद्र सेमवाल ने कहा कि काफी पहले से ही जनप्रतिनिधि प्रशिक्षण में रुचि ले रहे थे। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से कहा कि पंचायत स्तर पर ज्यादा से ज्यादा विकास किस तरह से किया जाए। इस पर पंचायत प्रतिनिधि अपने अपने सुझाव दें।
उन्होंने कहा कि पंचायतीराज विभाग द्वारा समय समय सुझाव मांगे भी जाते हैं। सेमवाल ने स्पष्ट कहा कि जिस प्रकार का प्रशिक्षण त्रिस्तरीय पंचायत के प्रतिनिधि एवं अधिकारी चाहेंगे उसी प्रकार का प्रशिक्षण का कार्यक्रम निदेशालय से रखा जाएगा ताकि पंचायत प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण का लाभ मिल सके। सेमवाल ने कहा कि इसी प्रकार के प्रशिक्षण भविष्य में भी विभाग द्वारा कराए जाएंगे।
उन्होंने उम्मीद जताई कि पंचायत
प्रतिनिधि एवं अधिकारी और ग्राम स्तर में कार्यरत कर्मचारी अपने सुझाव निरंतर देंगे क्योंकि इन सुझावों के आधार पर ही विकास योजनाएं तैयार की जाएंगी। सोमवार को कार्यक्रम का संचालन एम जफर खान ने किया। सोमवार को मुख्य रूप से डा.कंचन नेगी एवं मनोज कुमार तिवारी ने पंचायत से जुड़े सवालों का जवाब दिया।
ग्राम पंचायत विकास अधिकारी,सहायक अधिकारी ,पंचायत अपर मुख्य अधिकारी, जिला पंचायत एवं त्रिस्तरीय पंचायत पदाधिकारी ,क्षेत्र पंचायत सदस्य,अध्यक्ष एवं ग्राम पंचायत सदस्यों ने इसमें हिस्सा लिया। पूरा कार्यक्रम दो घंटे तक चला।
दरअसल लंबे समय $पंचायत प्रतिनिधि एवं अधिकारी विशेष प्रशिक्षण चाह रहे थे लेकिन कोरोना महामारी की वजह से प्रशिक्षण कार्यक्रम में दिक्कत आ रही थी। अंतत: वर्चुअली इस कार्यक्रम की शुरूआत की गयी है जो आगामी 31 जुलाई तक चलेगा।