कोरोना काल में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की भूमिका अहम : सेमवाल
वर्चुअली कांफ्रेसिंग में करीब दो हजार आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने हिस्सा लिया
देहरादून। कोविड -19 महामारी के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की जिम्मेदारियां काफी बढ़ गई हैं। कार्यकत्रियों के पास घर-घर दवा वितरण तथा कोविड -19 से प्रभावित लोगों से सकारात्मक बातचीत करके उनका मनोबल बढ़ाने जैसे काम मुख्य रूप से शामिल है।
गर्भवती माताओं और छोटे बच्चों की जरूरतों को भी कार्यकत्रियां समय पर पूरा करती हैं। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की भूमिका खासकर कोरोना काल में काफी महत्वपूर्ण है। लिहाजा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें। इस दिशा में सरकार भी प्रयास कर रही है।
ताकि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों अपना और अपने परिवार का बेहतर तरीके से जीवन यापन कर सकें। यह बात वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के सचिव हरि चंद्र सेमवाल ने कही।
उन्होंने कहा कि विभाग समय- समय पर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को प्रशिक्षण भी देता रहता है। इस क्रम में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग ने मेराकी फाउंडेशन के सहयोग से पिछले दिनों आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के लिए वर्चुअली मानसिक स्वास्थ्य सत्र का आयोजन किया जिसमें को कार्यकत्रियों स्वा स्थ्य संबंधी जानकारी भी दी गई।
इसके अलावा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब भी दिए गए। विशेष रूप से इसमें उम्मीद संगठन को भी शामिल किया गया। यह संगठन मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी अनुभव है। पंचायती राज निदेशालय की ओर से वर्चुअल कांफ्रेंसिंग के जरिए आयोजित सत्र में करीब 2000 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने भाग लिया।
Virtual mansik swasthya satr aanganwadi karyakratiyon ke liye aavshayak kyunki vibhinn logo ko jagruk karte samay aanganwadi karyakratiyon ko apne swasthya ka bhi dhyaan rakhna hoga.