कोलकाता में डेढ़ महीने से स्थगित सरकारी बस सेवाएं शुरू
मेट्रो और लोकल ट्रेनों की सेवाएं अभी स्थगित है
कोलकाता। कोलकाता में डेढ़ महीने से स्थगित सरकारी बस सेवाएं शुरू हो गयी हालांकि निजी बस मालिकों ने मौजूदा भाड़ा दर संरचना को लेकर अपने वाहनों के संचालन में कोई दिलचस्पी नहीं दिखायी है।कोविड-19 की दूसरी लहर के परिप्रेक्ष्य में बस बंद था।
राज्य के परिवहन मंत्री ने बताया कि करीब चार हजार बसों को शहर की सड़कों पर उतारा गया है और जरुरत पड़ी तो इनकी संख्या बढ़ायी जायेगी। उन्होंने कहा कि निजी बस मालिकों से अपनी सेवाएं शुरू करने का पहले ही अनुरोध किया गया था।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 28 जून को प्रदेश भर में लागू प्रतिबंध अथवा लॉकडाउन को 15 जुलाई तक जारी रखे जाने की घोषणा की थी , हालांकि एक जुलाई से सरकारी और निजी बसों को 50 प्रतिशत यात्रियों के साथ परिवहन की छूट दी गयी है। राज्य में मेट्रो और लोकल ट्रेनों की सेवाएं अभी स्थगित है।
परिवहन में छूट दिये जाने के बाद विभिन्न मार्गों पर सरकारी बसें सड़कों पर नजर आयी , हालांकि जरुरत के हिसाब से इनकी संख्या कम रही। दूसरी तरफ हजारों की संख्या में निजी बसें अलग-अलग टर्मिनल के भीतर ही खड़ी देखी गयी। निजी बस मालिकों का कहना है कि ईंधन और कलपुर्जों के मूल्यों में बढ़ोतरी हुई है और बस भाड़े की वर्तमान दर पर उनके लिए अपनी सेवाएं शुरू करना युक्तिसंगत नहीं है।