पुरी। ओडिशा के पुरी जिला मुख्यालय में शनिवार रात इंजेक्शन लगाने के बाद 12 मरीज बीमार पड़ गये। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। अपने दौरे के दौरान वार्ड डॉक्टर ने इंजेक्शन निर्धारित किया था। लगभग 4 बजे ड्यूटी नर्स ने बारह रोगियों को ओडिशा मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन (ओएमएससी) द्वारा आपूर्ति की गई सेफ़ोपेराज़ोन और सल्बैक्टम 1500 मिलीग्राम इंजेक्शन दिया।
इंजेक्शन लगने के तुरंत बाद बारह रोगियों ने उल्टी करना शुरू कर दिया, और उनके शरीर में बुखार और कांपने की शिकायत की।रसमिता स्वैन और सुसामा मलिक के अनुसार, दो रोगियों के परिचारकों ने कहा कि इंजेक्शन लगाने के तुरंत बाद रोगी कांपने लगे और उल्टी होने लगी।
नाराज परिचारकों ने चिल्लाया और आरोप लगाया कि वार्ड नर्स द्वारा उनके रोगियों को गलत इंजेक्शन लगाया गया था। अस्पताल के दो डॉक्टरों ने जल्द ही वार्ड में पहुंचकर मरीजों को एक और इंजेक्शन लगाया जिसके बाद दस मरीजों को राहत मिली लेकिन दो की हालत गंभीर हो गई।
एडीएमओ मेडिकल प्रणब शंकर दास ने कहा कि डॉक्टर सभी बीमार मरीजों का इलाज कर रहे हैं और ड्रग इंस्पेक्टर ने इस्तेमाल की गई इंजेक्शन की बोतलें जब्त कर ली हैं।ड्रग इंस्पेक्टर सत्यव्रत गिरी ने कहा कि चूंकि इंजेक्शन की आपूर्ति ओएमएससी द्वारा की गई थी, इसलिए इस्तेमाल की गई बोतलों को इसकी सामग्री के विश्लेषण के लिए राज्य प्रयोगशाला में भेजा जाएगा।