नैनीताल। उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में शनिवार को मूसलाधार बारिश से दो लोगों की मौत हो गयी वहीं करीब 100 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक चंपावत जनपद के लोहाघाट में उत्तर प्रदेश के पीलीभीत निवासी मोहम्मद खलील कैंटर लेकर पिथौरागढ़ से वापस लौट रहा था। इस दौरान राजमार्ग बंद होने के चलते खड़े कैंटर के उपर पत्थर गिरने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया तथा अस्पताल में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गयी।
एक अन्य घटना में गंगोलीहाल के सुगड़ी में सड़क निर्माण के काम में जुटे मजदूर कुछ दूरी पर टिन शेड में रह रहे थे। अतिवृष्टि के चलते हुए भूस्खलन के कारण एक पत्थर उनके टीन शेड में गिर गया जिससे बरेली बिशारदगंज के अखा गांव निवासी दफेदार सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया और अस्पताल ले जाते वक्त मौत हो गयी। दूसरी तरफ पिथौरागढ़ जनपद में लगातार बारिश होने के कारण काली, सरयू और गोरी नदियों का जलस्तर बढ़ गया है।
प्रशासन ने जनपद में अलर्ट घोषित कर दिया है। जनपद में कुल 27 मोटर मार्ग मलबा आने के चलते बंद पड़े हैं। पिथौरागढ़ जनपद के तहसील बंगापानी के तल्ला घरूड़ी में आठ आवासीय मकान खतरे की जद में आ गये जिनमें रह रहे 26 लोगों को मल्ला घरूड़ी के प्राथमिक विद्यालय में शरण दी गयी है। इसी प्रकार लुमती के दो परिवारों को जीआईसी बरम, मुनस्यारी तहसील के धापा गांव के 11 परिवारों के 55 लोगों को पंचायत भवन और सरकारी विद्यालय तथा जोशा गांव के सात लोगों को सुरक्षित स्थानों में ले जाया गया है।
जिलाधिकारी आनंदस्वरूप ने सड़कों को जल्द खोलने और सभी अधिकारियों को अपने क्षेत्र में तैनात रहने के निर्देश दिये हैं। बागेश्वर जनपद में भी अतिवृष्टि के चलते 10 मोटर मार्ग बंद पड़े हैं। बागेश्वर, कपकोट, कोफिलैगैर, गरूड़ और कांडा में कई मकान क्षतिग्रस्त हो गये हैं। अल्मोड़ा में एक बैंक कर्मी बरसाती नाले में बह गया था जिसे लोगों ने बचा लिया लेकिन उसके वाहन का पता नहीं चला है।