जलंधर। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन के आवास के बाहर अकाली और बसपा कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए और विरोध प्रदर्शन किया। दरअसल, अगले साल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसकी वजह से प्रदेश में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। विरोध के दौरान बादल समेत अकाली दल और बसपा के कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है।
अकाली दल कोविड किट घोटाले की जांच और कैप्टन सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बलवीर सिंह को हटाने की मांग कर रहा है। जानकारी के मुताबिक सीएम आवास के बाहर हुए विरोध प्रदर्शन में शिअद के साथ बसपा के कार्यकर्ता भी मौजूद थे। हालही में दोनों दलों के बीच आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गठबंधन हुआ है। जहां पिछले चुनावों में शिअद का भाजपा के साथ गठबंधन था वह किसानों के मुद्दों की वजह से टूट गया और अब शिअद ने दलित वोटों को साधने के लिए बसपा से हाथ मिलाया है।
साढ़े चार साल में ये सबसे बड़ा प्रदर्शन है
कैप्टन सरकार के खिलाफ पिछले साढ़े चार साल में ये सबसे बड़ा प्रदर्शन है। अकाली दल ने कैप्टन सरकार पर कोरोना की वैक्सीन को प्राइवेट अस्पतालों को बेचकर मुनाफा कमाने का आरोप भी लगाया है। विपक्ष कैप्टन सरकार पर स्वास्थ्य मंत्री बलवीर सिंह को बचाने का आरोप भी लगा रहा है। विपक्ष सवाल पूछ रहा है कि जो वैक्सीन सरकारी अस्पतालों को देने के लिए खरीदी गयी वो प्राइवेट अस्पतालों तक कैसे पहुंची ? इससे पहले सुखबीर बादल ने कैप्टन सरकार को अल्टीमेटम दिया था कि अगर 15 जून तक स्वास्थ्य मंत्री को नहीं हटाया तो उनका फार्म हाउस घेरने पहुंचे।