देहरादून। उत्तराखंड में ब्लैक फंगस का कहर निरंतर जारी है। उत्तराखंड में ब्लैक फंगस के 101 मामले आए हैं। अब तक 9 मरीजों की मौत हो चुकी है। साथ ही 5 मरीज अब तक ठीक भी हो चुके हैं । मालूम हो कि उत्तराखंड सरकार ने भी ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर दिया है।
42 मरीजों के लिए इंजेक्शन की थी डिमांड
ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए एम्फोटेरेसिन इंजेक्शन उपलब्ध न होने से दो दिन से तीमारदार सीएमओ कार्यालय में चक्कर काट रहे थे। दून को रविवार शाम 300 इंजेक्शन मिल गये। जिन्हें मरीजों में बांट दिया गया। वहीं, एम्स ऋषिकेश एवं दून मेडिकल कॉलेज को भी कुछ इंजेक्शन दिये गये हैं।
गढ़वाल मंडल के नोडल अधिकारी एसीएमओ डा. कैलाश गुंज्याल ने बताया कि 300 इंजेक्शन मिल गये हैं। उनके पास करीब 42 मरीजों के लिए इंजेक्शन की डिमांड आई थी।उन्हें तीन से चार दिन की डोज दे दी गई है। वहीं एम्स को 50 एवं दून मेडिकल कॉलेज को 20 इंजेक्शन उपलब्ध करा दिये गये हैं।
संस्थानों को सख्ती के साथ कहा गया है कि वह मरीजों के तीमारदारों को इंजेक्शन के लिए न दौड़ाए। जिस संस्थान में मरीज भर्ती होंगे, उनके कर्मचारी इंजेक्शन लेने आएंगे। उधर, कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्मान ने मरीजों के तीमारदारों के साथ शनिवार को सीएमओ कार्यालय में धरना दिया था। इसके बाद रविवार को उन्होंने मुख्यमंत्री को चिट्ठी भी लिखी थी। जिसके बाद विभाग हरकत में आया।