उत्तराखंड : स्मार्ट सिटी पोर्टल में रुचि नहीं ले रहे लोग
एक माह में एक लाख से भी कम लोगों ने दर्ज कराए नाम और पते
देहरादून । एक तरफ सरकार यह दावा कर रही है कि विभिन्न प्रांतों से लगातार लोग अपने गांवों की ओर लौट रहे हैं। वहीं स्मार्ट सिटी पोर्टल पर पिछले 21 अप्रैल से 21 मई तक पंजीकृत लोगों की संख्या पर गौर करें तो मालूम पड़ता है कि इस एक माह के दौरान करीब 97395 लोग ही उत्तराखंड आए।
स्मार्ट सिटी पोर्टल में इस एक माह के दौरान अब तक दर्ज पंजीकृत जनपदों में अल्मोड़ा-30590,बागेश्वर-2926,चमोली-2566,चंपावत-3022,देहरादून-6780,हरिद्वार-4086,नैनीताल-7820,पौड़ी गढ़वाल-21694,पिथौरागढ़-3538,रुप्रयाग-1859,टिहरी गढ़वाल-6608,ऊधम सिंह 5110 और उत्तरकाशी के 796 लोगों के नाम शामिल हैं।
दरअसल पूरे देश में कोरोना कफ्र्यू और मिनी लाक डाउन जैसी स्थिति होने की वजह से दिल्ली,गुडगांव सहित अन्य प्रांतों से लोग उत्तराखंड जरूर लौट रहे हैं लेकिन अधिकतर लोग सरकार द्वारा संचालित स्मार्ट सिटी पोर्टल पर अपना नाम और पता नहीं दर्ज करा रहे हैं जिससे प्रवासियों के लौटने की सटीक आंकड़ों की जानकारी का पता नहीं चल पा रहा है। सरकार ने शुरू में ही आदेश दिया है कि उत्तराखंड में आने के लिए स्मार्ट सिटी पोर्टल पर अपना नाम और पता दर्ज कराना अनिवार्य है।
लेकिन लोग बिना स्मार्ट सिटी पोर्टल पर नाम दर्ज कराए ही उत्तराखंड में प्रवेश कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक बार्डर पर सख्ती नहीं होने की वजह से लाखों की संख्या में लोग उत्तराखंड में प्रवेश कर रहे हैं। जबकि सरकारी रिकार्ड के मुताबिक पिछले एक माह में एक लाख से भी कम लोग उत्तराखंड आए हैं।
चेक पोस्टों पर सख्ती बरतनी होगी। स्मार्ट सिटी पोर्टल पर बिना नाम दर्ज कराए प्रवेश की अनुमति नहीं देनी चाहिए। सटीक आंकड़ा मिलने पर ही कोरोना संक्रमितों की शिनाख्त करने में सहूलयित होगी। सभी महत्वपूर्ण विभागों को आपस में सामांजस्य बिठाकर काम करना होगा। लोगों का लौटना जारी है। पर लोगों को स्मार्ट सिटी पोर्टल पर नाम और पता दर्ज कराकर ही आना चाहिए।
हरिचंद्र सेमवाल,निदेशक ,पंचायतीराज विभाग