नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्राल ने बंगाल में जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए चार सदस्यीय दल का गठन किया है। अधिकारियों ने कहा कि मंत्रालय के एक अतिरिक्त सचिव के नेतृत्व में दल पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हो गया है।
चुनाव परिणाम सामने आने के बाद बंगाल के विभिन्न इलाकों में बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट, आगजनी, हत्या और दुष्कर्म की वारदातें हो रही है। पीएम नरेंद्र मोदी ने हिंसा को लेक राज्यपाल जगदीप धनखड़ से बातचीत कर स्थिति की जानकारी ली थी।
भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बुधवार को बंगाल के हिंसा प्रभावित परिवारों के सदस्यों से मुलाकात की थी और दावा किया था कि चुनाव बाद हिंसा में बंगाल में कम से कम 14 भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई है कि एक लाख के करीब लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं।
हालांकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इन आरोपों का खंडन किया था और कहा कि हिंसा और टकराव उन क्षेत्रों में हो रही है जहां भाजपा के उम्मीदवारों ने चुनाव में जीत दर्ज कीहै।
जिसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार को दूसरी बार पत्र लिखते हुए सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। गृह मंत्रालय ने ममता बनर्जी की सरकार से पूछा है कि पिछले महीने हुए चुनावों के बाद हिंसा रोकने के उपायों के बारे में अब तक जवाब क्यों नहीं दिया गया है।