चीनी सेना की घुसपैठ को लेकर सैन्य स्तर की वार्ता को अर्थहीन करार देते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसे समय की बर्बादी बताया। राहुल ने कहा कि इससे राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे में पड़ गई है।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, गोगरा-हॉटस्पॉट स्प्रिंग और देपसांग प्लेन्स पर चीनी सेना का कब्ज़ा भारत के रणनीतिक हितों के साथ ही डीबीओ हवाई पट्टी के लिए भी सीधा खतरा है। सरकार की बेमतलब की वार्ता से राष्ट्रीय सुरक्षा व्यापक स्तर पर चरमरा गई है। हम इससे बेहतर करने में सक्ष्म है। कांग्रेस ने चीन सीमा पर शांति को लेकर चीनी सेना के वादा तोड़ने की खबरों पर सरकार को घेरते हुए आरोप लगाया था कि वह सीमा पर रणनीतिक तौर से चीन के समक्ष समर्पण कर राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता कर रही है। उसका कहना था कि मीडिया की खबरों के अनुसार चीनी सेना ने सीमा पर रणनीतिक महत्व की कई पोस्ट से पीछे नहीं हट रही है। इस संबंध में चीन की सेना और भारतीय सेना के बीच नौ अप्रैल को हुई आखिरी दौर की वार्ता के दौरान चीनी सेना ने रणनीतिक महत्व की कई चौकियों से पीछे हटना से इन्कार कर दिया है।