कोलकाताः पश्चिम बंगाल चुनाव पर इस बार सबकी निगाहें टिकी हुई है। 10 अप्रैल को चौथे चरण के मतदान में कूचबिहार जिले के शीतलकुची में हुई हिंसा में केंद्रीय बलों की गोलीबारी में चार लोगों की मौत पर सियासत जारी है। नेताओं द्वारा विवादित बयानबाजी भी हो रही है। रविवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के विवादित बयान के बाद भाजपा के एक और नेता राहुल सिन्हा ने कूचबिहार हिंसा को लेकर विवादित बयान दिया है।
उन्होंने कथित तौर पर कहा कि शीतलकुची में चार नहीं बल्कि आठ लोगों को गोली मारनी चाहिए थी। हबरा विधानसभा केंद्र के भाजपा उम्मीदवार राहुल सिन्हा ने इस दिन अपने चुनावी क्षेत्र में जनता को संबोधित करते हुए कहा कि शीतलकुची में चार नहीं बल्कि आठ लोगों को गोली मार देनी चाहिए थी।
उन्होंने आगे कहा कि केंद्रीय सुरक्षाबलों ने चार लोगों को गोली क्यों मारी, इसके पीछे वजह यही है कि एक मतदान केंद्र पर 18 साल का युवक भाजपा को समर्थन कर रहा था, जिसकी ममता बनर्जी के गुंडों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
यही नहीं राहुल सिन्हा ने आगे कहा कि केंद्रीय बलों ने कूचबिहार में उचित प्रतिक्रिया दी। अगर ऐसा फिर से होता है तो केंद्रीय बल फिर से ऐसा ही जवाब देंगे। उन्होंने आगे कहा कि ममता बनर्जी उन लोगों की नेता हैं, जो मतदान से रोकने का गलत काम करते हैं। ममता के दिन अब खत्म हो गए हैं। हालांकि मंत्री व तृणमूल उम्मीदवार ज्योतिप्रिय मलिक ने राहुल सिन्हा के इस बयान की निंदा की और पलटवार करते हुए कहा कि चुनाव आयोग को इस पार्टी पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए। ये एक असभ्य, हिंसक और बर्बर पार्टी है।