- वैज्ञानिकों के मुताबिक कुल छोटे बड़े 25 ग्लेशियर हैं
देहरादून: नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व कैंचमेंट एरिया में स्थित ग्लेशियर काफी संवेदनशील हैं। इस क्षेत्र में ग्लेशियर पर रिसर्च करने वाले वैज्ञानिकों के मुताबिक कुल छोटे बड़े 25 ग्लेशियर हैं। जिसमें 8 बड़े ग्लेशियर हैं। ये सभी बड़े ग्लेशियर बेहद संवेदनशील है। वर्ष 2020 में इन ग्लेशियरों पर अपना शोध पूरा कर चुके डा.विनीत कुमार का कहना है कि शोध से जुड़ी रिपोर्ट वन एवं पर्यावरण विभाग एवं राज्य सरकार को सौंप दिया गया है। लेकिन उसके बाद ही कोराना महामारी का प्रकोप फैला जिससे इस क्षेत्र के ग्लेशियरों पर गौर नहीं किया गया। डा.कुमार का मानना है कि 5 से 10 साल के बीच हुए अध्ययन से यह बात साफ हो गयी है कि उक्त क्षेत्र के ग्लेशियर 10 से 15 मीटर की वेग से पिछले 35 सालों से सिकुड़ रहे हैं। उनका कहना है कि इस क्षेत्र में घाटियों की संख्या का काफी ज्यादा है और हर घाटी का तापमान एक समान नहीं होता है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार हो या प्रदेश सरकार सभी को वैज्ञानिकों द्वारा किए गए शोध रिपोर्ट पर गौर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ग्लेशियरों का निरंतर पिघलना चिंता का विषय जरूर है। हर साल इस क्षेत्र के ग्लेशियरों का अध्ययन करना बेहद जरूरी है। शोध रिपोर्ट में मौसम पर भी बारीकी से अध्ययन करने के सुझाव दिए गए हैं।