- मुख्यमंत्री ने किया रूद्रपुर में दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसाना कल्याण योजना का शुभारम्भ
- किसानों को योजना के तहत दिये जायेंगे 03 लाख रूपये तक का बिना ब्याज का ऋण
- उत्तराखण्ड गन्ना किसानों को सत प्रतिशत गन्ना मुल्य का भुगतान करने वाला देश का पहला राज्य है
- प्रदेश के किसानों को एक सप्ताह के अन्दर किया जायेगा धान क्रय का भुगतान
- ऊधम सिंह नगर में 10 हजार 819 काश्तकारों को मिला भुमिधरी का अधिकार
- स्वामित्व योजना के तहत उधम सिंह नगर के 6619 लोगों को दिया गया स्वामित्व प्रमाण पत्र
- मुख्यमंत्री ने किया 110 करोड़ की 43 विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण
देहरादून: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शनिवार को गांधी पार्क, रूद्रपुर में दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसाना कल्याण योजना का शुभारम्भ किया। उन्होंने योजना के तहत लाभार्थियों को बिना ब्याज के 03 लाख रूपये का ऋण के चैक वितरित करते हुए कहा कि किसानों के कल्याण के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा इससे पूर्व किसानों को शुन्य प्रतिशत ब्याज पर 01 लाख रूपये तक का ऋण उपलब्ध कराया गया था जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आये तथा किसानों के द्वारा इस धनराशि का बेहतर सदुपयोग करने का ही प्रतिफल है कि उनके हित में अब यह धनराशि 03 लाख की गई है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 43 विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। जिसमें 2578.74 लाख की योजनाओ का लोकार्पण तथा 9444.77 लाख की योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने 19 किसानों को दीनदयाल उपाध्याय किसान कल्याण योजना के अन्तर्गत तीन-तीन लाख का बिना ब्याज का ऋण व तीन किसानों को कृषि यंत्र वितरित किये। मुख्यमंत्री ने विभिन्न स्वयं सहायता समुहों को बिना ब्याज के 05 लाख की धनराशि के चेक भी वितरित किये। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की आय किस प्रकार से दोगुनी हो इस पर लगातार कार्य कर रही है ताकि हमारे प्रदेश के किसानों का जीवन स्तर सुधरे व एक अलग पहचान उत्तराखण्ड के किसानों को प्रदेश ही नही देश स्तर पर मिले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना बिमारी की विपरित परिस्थितियों के बावजुद भी हमारे किसानों ने राज्य में अपने उत्पादों का उत्पादन बढ़ाया है। हमने किसानों का रिकार्ड समय में उनकी उत्पादों का भुगतान की व्यवस्था की है। 250 करोड़ रूपये का प्राविधान कर रिकार्ड समय में गन्ना किसानो का शत प्रतिशत भुगतान किया गया। 10 लाख मीट्रिक टन धान का क्रय 242 क्रय सेन्टरों के माध्यम से किया गया है। उन्होंने घोषणा की कि किसानों को एक सप्ताह के अन्दर धान क्रय का भुगतान कर दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य शिक्षा पेयजल आदि के क्षेत्र में लोकहित से जुड़े अनेक निर्णय लिये हैं। प्रधानमंत्री के 2024 तक हर घर को नल से जोड़ने की योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल कनेक्शन 2360 के बजाय एक रूपये में तथा शहरी क्षेत्रों में 6000 के स्थान पर 100 रूपये में पेयजल कनेक्शन उपलब्ध कराये जायेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 2022 तक हर घर को नल से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जायेगा। देहरादून और बागेश्वर जनपदों को दिसम्बर तक हर घर को नल से पेयजल आपूर्ति कर दी जायेगी।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि भ्रष्टाचार के विरूद्ध राज्य सरकार जीरो टालरेन्स की नीति पर चल रही है। भ्रष्टाचार के विरूद्ध धर्म युद्ध की शुरूआत भी हमने ऊधम सिंह नगर से की है। एन एच 74 में हुई लगभग 200 करोड़ की गड़बडी में दोषी पाये गये 111 कर्मचारियों/अधिकारियों पर कार्यवाही की गई है तथा कुछ अन्य के खिलाफ भी कार्यवाही की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार के विरूद्ध कार्यवाही का अभियान जारी रहेगा। उन्होने कहा कि भ्रष्टाचार में जो लोग संलिप्त है उनके खिलाफ आवश्यक कार्यवाही की जा रही। उन्होने कहा कि भ्रष्टाचार एक दीमक की भांति है इसे खत्म कराना बहुत जरूरी है। उन्होने कहा उधमसिंह नगर में 10819 कास्कारों को भूमिधरी का अधिकार दिया है और अभी 47630 कास्कारों को भूमिधरी अधिकार देना शेष है जिसकी प्रक्रिया चल रही है। उन्होने कहा कि स्वामित्व योजना के अन्तर्गत प्रदेश के सभी जनपदो को लिया गया है, जिसके तहत उधमसिंह नगर में 534 गांवो के 57165 लोग अभी तक लाभान्वित हो चुके है व 6619 स्वामित्व प्रमाण पत्र वितरित किये जा चुकें।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने स्वामित्व योजना के तहत विभिन्न लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किये। उन्होने कहा कि प्रदेश के देहरादून व पंतनगर के एयरपोर्ट को अन्तराष्ट्रीय तर्ज पर बनाया जायेगा वही 11 सौ एकड भूमि में ग्रीन एयरपोर्ट की तर्ज पर बनाया जायेगा यह एयरपोर्ट इन्टरनेशनल एयरपोर्ट होगा। जो भारत को ही नही बल्कि उधमसिंह नगर को भी पूरी दूनियां को जोडेगा, जिससे यहा का चहुमुखी विकास होगा व अपार रोजगार की सम्भावनाएें बढेगी। उन्होने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में उधमसिंह नगर, हरिद्वार, पिथौरागढ में मेडिकल कालेजो का निर्माण तेजी से चल रहा है जो शीघ्र ही आम जनता को समर्पित कर दी जायेगी। उन्होने कहा कि यह देश का पहला राज्य है जहा सरकार ने अटल आयुष्मान योजना के तहत प्रत्येक उत्तराखण्ड वासियों को पांच लाख तक का स्वास्थ सुरक्षा कवच देने का काम किया है। उन्होने कहा कि ईलाज करने हेतु अब तक 123 अस्पताल अनुबन्ध थे जो आज लगभग 22 हजार अस्पताल अनुबन्धित है। जिसमे आज उत्तराखण्ड वासी अपने स्वास्थ गोल्डन कार्ड के तहत ईलाज करा सकता है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये विकास परक योजनाओं से सम्बन्धित स्टॉलों का भी निरीक्षण किया।
इस अवसर पर सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने अपने विभाग से सम्बन्धित विभिन्न योजनाओ की जानकारी दी। उन्होने मुख्यमंत्री का अभार जताते हुये कहा कि आज जो पं0 दीनदयाल सहकारिता किसान कल्याण योजना का शुभारम्भ हेतु उधमसिंह जनपद को चुना। कैबिने मंत्री श्री अरविन्द पाण्डेय ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे।
सांसद श्री अजय भट्ट ने अपने सम्बोधन में कहा कि सरकार निरंतर प्रदेश को आगे बढाने के लिये लगातार कार्य कर रही है। उन्होने कहा कि कोरोना काल में भी सरकार ने कई अहम फैसले लिये है जो प्रदेश के लिये लाभकारी है। कार्यक्रम के उपरांत सहकारिता बैंक के पूर्व अध्यक्ष स्व0 श्री नरेन्द्र सिंह मानस के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर श्रंद्धाजलि दी गयी।मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टांलो का भी निरीक्षण किया।