…. आदित्यनाथ ने किए केदारनाथ और बदरीनाथ के दर्शन
….केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों पर खुशी जताई
पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड पहुंचे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केदारनाथ और बदरीनाथ दर्शन के बाद भारत के अन्तिम गांव माणा, भीम पुल और सरस्वती पुल का भ्रमण भी किया। साथ ही, आईटीबीपी, सेना और बीआरओ के जवानों से मिल कर उनका हौसला बढ़ाया। इस दौरान कई विकास योजनाओं का शुभारंभ भी किया गया। इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की परिसंपत्तियों के विषय पर कहा कि दोनों राज्यों में अब किसी तरह का कोई विवाद नहीं है। कुल मिलाकर, राजनीतिक गलियारों में दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों की यह मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है।
यदि मुख्यमंत्रियों के कार्यक्रम पर नजर डाली जाए तो यात्रा के पहले दिन यानी 16 नवम्बर को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री केदारनाथ में पूजा अर्चना की। और देशवासियों के सुख चैन, कुशलता और सुरक्षा की कामना की। इसी दिन बारिश और बर्फबारी के साथ करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था के प्रतीक, ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ धाम के कपाट परंपरानुसार व वैदिक उच्चारण के बाद आगामी छह माह के लिए बंद कर दिए गए। कपाट बंद होने के मुहूर्त पर हुई बर्फबारी से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी गदगद दिखे।
इस अवसर पर योगी आदित्यनाथ ने श्री केदारनाथ धाम में हो रहे पुनर्निर्माण कार्यों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की। कहा कि मोदी जी के कुशल मार्गदर्शन में उत्तराखंड सरकार द्वारा यहां पर बहुत बेहतर कार्य किए जा रहे हैं।
यात्रा के अगले दिन मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान श्री बदरीनाथ के दर्शन एवं पूजा-अर्चना की। इसके पश्चात् योगी आदित्यनाथ और त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने श्री बदरीनाथ में निर्मित होने वाले उत्तर प्रदेश के पर्यटक आवास गृह का भूमि पूजन कर शिलान्यास किया। इसके उपरान्त दोनों मुख्यमंत्रियों ने भारत के अन्तिम गांव माणा, भीम पुल और सरस्वती पुल का भ्रमण भी किया। दोनों प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों ने आईटीबीपी, सेना और बीआरओ के जवानों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया। सेना के जवानों ने गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत करते हुए भारत माता की जयकार के नारे लगाये।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि पिछले तीन दिनों से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के साथ श्री केदारनाथ एवं श्री बदरीनाथ जी के दर्शन करने का अवसर मिला। बदरीनाथ में उत्तर प्रदेश विश्रामालय का भूमि पूजन एवं शिलान्यास हुआ। यह एक बड़ी उपलब्धि है। देशभर से लाखों श्रद्धालु एवं पर्यटक यहां आते हैं, इस पर्यटक आवास गृह के निर्माण से श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के लिए एक और सुविधा उपलब्ध हो जायेगी। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने श्री बदरीनाथ में बर्फ के कारण यातायात एवं अन्य व्यवस्था सुचारू रखने के लिए जनपद चमोली को 01 करोड़ रुपये देने की घोषणा की, ताकि श्रद्धालुओं को यहां आने जाने में कोई कठिनाई न हो।
श्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखण्ड और उत्तर प्रदेश के बीच पिछले 18-20 वर्षों से परिसम्पत्तियों के हस्तान्तरण से सम्बन्धित बहुत से विवाद चले आ रहे थे। ये विवाद उत्तराखण्ड के नये राज्य बनने के बाद से ही चल रहे थे। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत जी ने अपने रचनात्मक और सकारात्मक पहल से इन सभी समस्याओं का समाधान करने में सफलता प्राप्त की है। इसके परिणामस्वरूप ही हरिद्वार में अलकनन्दा होटल जो उत्तर प्रदेश पर्यटन निगम का था, जिस पर लम्बे समय से विवाद था। दोनों राज्यों की सरकारो ने आपसी सहमति से तय किया कि अलकनन्दा होटल उत्तराखण्ड सरकार को सौंपेगे और उत्तर प्रदेश सरकार उसी के बगल में एक नया भागीरथी पर्यटन आवास गृह बनायेगी। इस अतिथि गृह का निर्माण लगभग पूर्ण हो चुका है। हरिद्वार कुंभ से पहले इसे जनता को समर्पित किया जायेगा। बदरीनाथ यात्रा के दौरान शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, उत्तर प्रदेश के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अविनाश अवस्थी आदि मौजूद रहे।
-सुदेश ईष्टवाल, देहरादून।
यदि मुख्यमंत्रियों के कार्यक्रम पर नजर डाली जाए तो यात्रा के पहले दिन यानी 16 नवम्बर को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री केदारनाथ में पूजा अर्चना की। और देशवासियों के सुख चैन, कुशलता और सुरक्षा की कामना की। इसी दिन बारिश और बर्फबारी के साथ करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था के प्रतीक, ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ धाम के कपाट परंपरानुसार व वैदिक उच्चारण के बाद आगामी छह माह के लिए बंद कर दिए गए। कपाट बंद होने के मुहूर्त पर हुई बर्फबारी से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी गदगद दिखे।
इस अवसर पर योगी आदित्यनाथ ने श्री केदारनाथ धाम में हो रहे पुनर्निर्माण कार्यों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की। कहा कि मोदी जी के कुशल मार्गदर्शन में उत्तराखंड सरकार द्वारा यहां पर बहुत बेहतर कार्य किए जा रहे हैं।
यात्रा के अगले दिन मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान श्री बदरीनाथ के दर्शन एवं पूजा-अर्चना की। इसके पश्चात् योगी आदित्यनाथ और त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने श्री बदरीनाथ में निर्मित होने वाले उत्तर प्रदेश के पर्यटक आवास गृह का भूमि पूजन कर शिलान्यास किया। इसके उपरान्त दोनों मुख्यमंत्रियों ने भारत के अन्तिम गांव माणा, भीम पुल और सरस्वती पुल का भ्रमण भी किया। दोनों प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों ने आईटीबीपी, सेना और बीआरओ के जवानों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया। सेना के जवानों ने गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत करते हुए भारत माता की जयकार के नारे लगाये।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि पिछले तीन दिनों से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के साथ श्री केदारनाथ एवं श्री बदरीनाथ जी के दर्शन करने का अवसर मिला। बदरीनाथ में उत्तर प्रदेश विश्रामालय का भूमि पूजन एवं शिलान्यास हुआ। यह एक बड़ी उपलब्धि है। देशभर से लाखों श्रद्धालु एवं पर्यटक यहां आते हैं, इस पर्यटक आवास गृह के निर्माण से श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के लिए एक और सुविधा उपलब्ध हो जायेगी। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने श्री बदरीनाथ में बर्फ के कारण यातायात एवं अन्य व्यवस्था सुचारू रखने के लिए जनपद चमोली को 01 करोड़ रुपये देने की घोषणा की, ताकि श्रद्धालुओं को यहां आने जाने में कोई कठिनाई न हो।
श्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखण्ड और उत्तर प्रदेश के बीच पिछले 18-20 वर्षों से परिसम्पत्तियों के हस्तान्तरण से सम्बन्धित बहुत से विवाद चले आ रहे थे। ये विवाद उत्तराखण्ड के नये राज्य बनने के बाद से ही चल रहे थे। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत जी ने अपने रचनात्मक और सकारात्मक पहल से इन सभी समस्याओं का समाधान करने में सफलता प्राप्त की है। इसके परिणामस्वरूप ही हरिद्वार में अलकनन्दा होटल जो उत्तर प्रदेश पर्यटन निगम का था, जिस पर लम्बे समय से विवाद था। दोनों राज्यों की सरकारो ने आपसी सहमति से तय किया कि अलकनन्दा होटल उत्तराखण्ड सरकार को सौंपेगे और उत्तर प्रदेश सरकार उसी के बगल में एक नया भागीरथी पर्यटन आवास गृह बनायेगी। इस अतिथि गृह का निर्माण लगभग पूर्ण हो चुका है। हरिद्वार कुंभ से पहले इसे जनता को समर्पित किया जायेगा। बदरीनाथ यात्रा के दौरान शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, उत्तर प्रदेश के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अविनाश अवस्थी आदि मौजूद रहे।
-सुदेश ईष्टवाल, देहरादून।