तीसरे व अंतिम चरण का चुनाव प्रचार थमा

  • 15 जिलों में फैला है इस मतदान का क्षेत्र
  •  कुल 78 सीटों पर होगा विधायकों का फैसला
  •  सभी दलों के प्रमुख नेताओं ने लगाया जोर
    पटना : बिहार चुनाव के तीसरे व अंतिम चरण की 78 सीटों पर चुनाव प्रचार का शोर गुरुवार की शाम छह बजे थम गया। तीसरे चरण का चुनाव 15 जिलों में होना है। इस चरण के चुनाव क्षेत्रों में चुनाव आयोग के निर्देश के अनुसार मतदान की समाप्ति के 48 घंटे पूर्व चुनाव प्रचार समाप्त हो गया। तीसरे चरण के मतदान के पूर्व सभी प्रमुख राजनीतिक दलों व उम्मीदवारों ने चुनाव प्रचार को लेकर अपनी पूरी ताकत झोंक दी। निर्वाचन विभाग के अनुसार, तीसरे व अंतिम चरण में राज्य में 1204 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इनमें गायघाट में सर्वाधिक 31 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि बहादुरगंज, जोकिहाट, त्रिवेणीगंज व ढाका में 9-9 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इस चरण के 78 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव को लेकर 1411 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया था। इनमें 162 उम्मीदवारों का नामांकन पत्र जांच में अस्वीकृत किया गया था। और कई ने अपना नामांकन वापस ले लिया। पश्चिम चंपारण, पूर्वी चम्पारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, सहरसा, दरभंगा, वैशाली, मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर।
    वाल्मीकिनगर, रामनगर(सुरक्षित), नरकटियागंज, बगहा, लौरिया, सिकटा, रक्सौल, सुगौली, नरकटिया, मोतिहारी, चिरैया, ढाका, रीगा, बथनाहा(सुरक्षित), परिहार, सुरसंड, बाजपट्टी, हरलाखी, बेनीपट्टी, खजौली, बाबूबरही, बिस्फी, लौकहा, निर्मली, पीपरा, सुपौल, त्रिवेणीगंज, छातापुर, नरपतगंज, रानीगंज(सुरक्षित), फारबिसगंज, अररिया, जोकिहाट, सिकटी, बहादुरगंज, ठाकुरगंज, किशनगंज, कोचाधामन, अमौर, बायसी, कस्बा, बनमनखी(सुरक्षित), रूपौली, धमदाहा, पूर्णिया, कटिहार, कदवा, बलरामपुर, प्राणपुर, मनिहारी (एसटी), बरारी, कोढ़ा, आलमनगर, बिहारीगंज, सिंघेश्वर(सुरक्षित), मधेपुरा, सोनबरसा(सुरक्षित), सहरसा, सिमरी बख्तियारपुर, महिषी, दरभंगा, हायाघाट, बहादुरपुर, केवटी, जाले, गायघाट, औराई, बोचहां(सुरक्षित), सकरा(सुरक्षित), कुढ़नी, मुजफ्फरपुर, महुआ, पातेपुर(सुरक्षित), कल्याणपुर(सुरक्षित), वारिसनगर, समस्तीपुर, मोरवा व सरायरंजन। आखिरी चरण में जिन विधानसभा क्षेत्रों में सात नवंबर गुरुवार को चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा उनमें वाल्मीकि नगर, रामनगर (सु), नरकटियागंज, बगहा, लौरिया, सिकटा, रक्सौल, सुगौली, नरकटिया, मोतिहारी, चिरैया, ढाका, रीगा, बथनाहा (सु), परिहार, सुरसंड, बाजपट्टी, हरलाखी, बेनीपट्टी, खजौली, बाबूबरही, बिस्फी, लौकहा, निर्मली, पिपरा, सुपौल, त्रिवेणीगंज (सु), छातापुर, नरपतगंज, रानीगंज (सु), अररिया, फारबिसगंज, जोकीहाट, सिकटी, बहादुरगंज, ठाकुरगंज, किशनगंज, कोचाधामन, अमौर, बायसी, कस्बा, बनमनखी (सु), रुपौली, धमदाहा, पूर्णिया, कटिहार, कदवा, बलरामपुर, प्राणपुर, मनिहारी (सु), बरारी, कोढ़ा, आलमनगर, बिहारीगंज,  मधेपुरा, सोनबरसा (सु), सहरसा, सिमरी बख्तियारपुर, महिषी, दरभंगा, हायाघाट, बहादुरपुर, केवटी, जाले, गायघाट, औराई, बोचहा (सु), सकरा, कुढ़नी, मुजफ्फरपुर, महुआ, पातेपुर(सु),कल्याणपुर (सु), वारिसनगर, समस्तीपुर, मोरवा और सरायरंजन शामिल है। कोरोना काल में देश के पहले बड़े इस चुनाव में तीसरे चरण के लिए भी अधिकांश सभाएं जनता के बीच जाकर की गई। इस चरण के चुनाव के लिए राज्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ , जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, भाजपा बिहार मामलों के प्रभारी भूपेंद्र यादव, मंत्री संजय झा, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण , जदयू के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) उम्मीदवारों के पक्ष में चुनाव प्रचार किया। वहीं, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस और वामदलों के महागठबंधन के उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार का जिम्मा मुख्य रूप से कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला, पार्टी के बिहार मामलों के प्रभारी शक्ति गोहिल, सांसद अखिलेश प्रसाद  और भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा-माले) के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य के ही कंधे पर था। इसके अलावा ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट (जीडीएसएफ) के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा एवं सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने प्रचार किया।

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