नयी दिल्ली। कोविड से मरीज़ को मदद करने के लिए रोपोसो ऐप के फाउंडर मयंक भांगड़िया ने क्लोजऐप नाम का एक नया ऐप लांच किया है जिसकी मदद से देश के किसी भी कोने में रहने वाला कोई भी व्यक्ति ये जान सकता है की उनके एरिया में कुछ ही किलोमीटर के अंदर क्या क्या उपलब्ध है, किसको क्या ज़रूरत है और कौन कैसे मदद कर सकता है।
इस लोकेशन-आधारित ऐप के माध्यम से कोई भी अपने एरिया के आसपास रहने वाले लोगों को अपनी कोविड इमरजेंसी के बारे में सूचित कर सकता है और उनकी मदद ले सकता है। क्लोज़ ऐप की मदद से व्यक्ति अपने आसपास प्लाज्मा, आक्सीजन, आई सी यू बैड, इंजेक्शन, अथवा की उपलब्धता जान सकता है।
जब मयंक और उनका परिवार खुद कोविड का शिकार हुए तब उन्हें ये ऐप शुरू करने की प्रेरणा मिली। उन्होंने कहा मेरे घर से ३ किलोमीटर दूर कोई व्यक्ति जिसके छोटे बच्चे थे, समय पर आक्सीजन न मिलने के कारण कोविड की लड़ाई से हार गया।
अगर मुझे समय पर उसकी ज़रुरत के बारे में पता चल जाता, तो मैं उसकी मदद कर सकता था। बाकी सोशल मीडिया ऐप में आपके घर के करीब कौन सी मेडिकल सुविधा कहाँ उपलब्ध है, ये जानना मुश्किल होता है। जहां किसी मशहूर व्यक्ति की कोविड सम्बंधित पोस्ट बहुत वायरल हो जाती है, आम व्यक्ति की पोस्ट अक्सर कहीं खो जाती है और ज़्यादा मददगारों के पास नहीं पहुंच पाती।
इसलिए हमने एक ऐसा ऐप बनाया है जिसकी मदद से कोविद के दौरान लोग अपने ही घर के आसपास मदद मांग भी सकते हैं और दूसरों की मदद कर भी सकते हैं।