जाति है कि जाती ही नहीं लेकिन…
रोहिणी आयोग ने 6 साल बाद सौंपी रिपोर्ट
2633 पिछड़ी जातियों में से 1977 को नहीं मिला आरक्षण का लाभ
ओबीसी ने क्यों कर रखी है राजनीतिक दलों की नींद हराम
’2011 की जातिगत मतगणना के आंकड़ों का क्या रहा
अमित नेहरा, नई दिल्ली।
जाति है कि जाती ही नहीं, यह वाक्यांश हम सभी ने बहुत दफे सुन रखा…
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