चेक बाउंस के मामले में चेक लेने का कारण भी विधिक होना चाहिए : जिला एवं सत्र न्यायाधीश
जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने चेक बाउंस के मामले में 1 वर्ष की कैद एवं 10.3 लाख के अर्थदंड के दोषसिद्ध को किया दोषमुक्त
नैनीताल। एनआई एक्ट यानी चेक अनादरण अधिनियम के अंतर्गत केवल चेक बाउंस होने पर चेक देने को दोषी नहीं ठहराया जा सकता है, वरन इसके लिये चेक लेने वाले को यह भी साबित करना होगा कि उसने…
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