कागज पर लोकतंत्र, जमीन पर ड्रामा : बिहार का दूसरा चरण चुनावी नजारा
आफरीन हुसैन
ज्यों-ज्यों बिहार 11 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की ओर बढ़ रहा है, त्यों-त्यों माहौल जोश से अधिक अनिश्चितता से भरा नजर आ रहा है। मतदाता यानी जनता थकी हुई लग रही है, जर्नादन अथवा नेता कुछ बेचैन और राज्य खुद अपने राजनीतिक इतिहास के बोझ और अनिश्चित भविष्य के खींचतान के…
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