हिंदी संपर्क भाषा हो, राष्ट्रभाषा नहीं
डॉ. सुशील उपाध्याय
एक राष्ट्र और एक राष्ट्रभाषा का विचार सैद्धांतिक तौर पर बहुत प्रभावपूर्ण दिखाई देता है, लेकिन जब इसके व्यावहारिक पहलुओं को देखते हैं तो अनेक चुनौतियां इसकी राह में खड़ी होती है। भारत के हिंदी क्षेत्र में जब भी हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाए जाने की मांग उठती है तो एक गहन गौरव का…
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