मोदी का फेवीकोल जोड़ राग : हताशा का चरम, पाखंड की पराकाष्ठा
आलेख : बादल सरोज
यूं तो मोदी हर रोज अपनी चुनावी सभाओं में कुछ न कुछ ऐसी लम्बी फेंकते ही रहते हैं, जिसे लपेटने में उनकी ही आई टी सैल के पसीने छूट जाते हैं। मगर 8 मई को तो जैसे वे सभी को चौंकाने और अचरज में डालने के मूड में थे। एक आमसभा में बोलते हुए नरेन्द्र मोदी ने अचानक वे दो नाम ले दिए,…
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