Browsing Tag

Had

आज यदि सुरजीत होते, तो तोते बहेलियों का दाना चुगने की बजाय उसके जाल सहित उड़ गए होते!

टिप्पणी : बादल सरोज 4 जून को देश ने जिन्हें सबसे ज्यादा मिस किया, वे कामरेड सुरजीत हैं। असाधारण जटिलताओं में से राह निकालकर देश के लोकतांत्रिक धर्मनिरपेक्ष अस्तित्व को बनाये रखने की जो ताकत, भेड़ियों को गाँव से दूर रखने के लिए सबको जगाकर एक साथ खड़ा करने की जो महारत सुरजीत बब्बा में थी, वह हमने…
Read More...

एनडी तिवारी ने  जब्त करा दी थी कांग्रेस की जमानत

नैनीताल। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री पं. नारायण दत्त तिवारी की पहचान अपने दौर के दिग्गज कांग्रेस नेता के रूप में होती है, हालांकि यह भी सच है कि उनकी राजनीति में शुरुआत लाल टोपी वाली प्रजा सोशलिस्ट पार्टी से हुई थी और उनके जीवन के अंतिम दिनों में उनके अपने पुत्र रोहित के लिये भाजपा का टिकट चाहने…
Read More...

 ‘मन चंगा कठौती में गंगा ‘ कहावत चरितार्थ की थी गुरु रविदास ने!

डॉ. गोपाल नारसन एडवोकेट एक महान व दिव्य संत हुए है गुरु रविदास, जिनका जन्म उत्तर प्रदेश के वाराणसी के निकट सीर गोबर्धनगाँव में हुआ था। इनकी माता कलसा देवी व पिता संतोख दास थे,बहुत ही गरीबी में अपना जीवन यापन करते थे।लेकिन एक सरपंच के रूप में उनकी बहुत ख्याति भी थी।गुरु रविदास का जन्म सन1376-77 के…
Read More...

गांधी जी ने खेड़ा मुगल गांव में जगाई थी आजादी की अलख 

रुडक़ी। झबरेड़ा से मात्र आठ किलोमीटर दूर स्थित खेडामुगल गांव ने असहयोग आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई थी। गांव की चौपाल पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने जनसभा को संबोधित आजादी की अलख जलाने का काम किया था। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल भी गांधी जी के साथ गांव में आए थे।मुगलकालीन…
Read More...

पहनना था सेहरा, पर तिरंगे में लिपट कर घर पहुंचा पार्थिव शरीर

देहरादून। सेना का जवान सचिन कंडवाल एक सड़क दुर्घटना में शहीद हो गया है। शहीद जवान मूल रूप से चमोली जिले के नारायणबगड़ विकासखंड के अंतर्गत कंडवाल गांव का रहने वाला था। हालांकि उनका परिवार पिछले पांच साल से देहरादून के अपर सारथी विहार में किराए पर रहता है। जवान बेटे की शहादत की खबर से घर में मातम पसरा…
Read More...