भरपूरगढ़ का कोठा: गढ़वाली वास्तुकला का ऐतिहासिक वैभव
शीशपाल गुसाईं
गढ़वाल की सांस्कृतिक और स्थापत्य परंपराओं का एक अनमोल रत्न है "कोठा", जो न केवल एक भवन संरचना है, बल्कि सामाजिक वैभव, शिल्पकला और सांस्कृतिक मूल्यों का प्रतीक भी है। यह गढ़वाली समाज की समृद्ध परंपराओं और स्थापत्य कौशल का जीवंत दस्तावेज है, जो पत्थर, लकड़ी और शिल्पकला के माध्यम से अपनी…
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