बिछड़े सभी बारी-बारी…
सल्ट उप चुनाव के बाद भी कांग्रेस के भीतर अंतर्कलह थम नहीं रही
राम प्रताप मिश्र ‘साकेती’
बंगाल में एक कहावत है- ‘जोदि तोर दक शुने केऊ ना ऐसे तबे एकला चलो रे...’। इसका अर्थ यह हुआ कि यदि आपकी बात का कोई उत्तर नहीं देता है, तब अपने ही तरीके से अकेले चलो। यह एक बंगाली देशभक्ति गीत है जिसे 1905…
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