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यत्र-तत्र

दिगंबर काल!

लाख घृणा के बावजूद यत्र-तत्र हिटलरी मानसिकता जिंदा है। वह कभी यूक्रेन जैसे देशों में नरसंहार कराती है तो कहीं धर्म और नस्ल भेद के नाम पर बजबजाते नये-नये नर्क गढ़ती है। वहीं, ईश्वर और संस्कृति के नाम पर गैर इंसानी रवायतें गढ़ती हैं, तो कहीं विश्व गुरु बनने की सनक पैदा करती है... वीरेंद्र सेंगर समय…
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