मदरसे के पक्ष में आए हरीश
देहरादून। मदरसे जिन उलेमाओं ने स्थापित किए हैं। हमें उनकी समझ और राष्ट्रभक्ति पर विश्वास करना चाहिए। वो अपना इम्तिहान देश की आजादी के आंदोलन में और देश के विभाजन के वक्त दे चुके हैं।
मदरसों की तालीम का उद्देश्य दुनियावी तालीम के साथ दीनी तालीम भी है।. जिस प्रकार हमें अपनी पूजा पद्धति के लिए अपने…
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