Browsing Tag

आचार्य शिवप्रसाद ममगांई

ज्ञान कर्म दोनों पंखो की समानता में विकास संभव: आचार्य शिवप्रसाद ममगांई

श्री बदरीनाथ ।पंछी के जब दोनों पंख समान होते हैं तब उड़ान भरते हैं एक छोटा एक बड़ा होगा तो लुढ़क जाएगा कर्म में भी दो पंख है ज्ञान व कर्म सांसारिक और व्यवहारिक ज्ञान होना चाहिए ज्ञान और कर्म दो पंख समान होने पर विकास व्यवस्थायें व कार्य सफल होते हैं।यदि ज्ञान रूपी पंख बड़ा व कर्म रूपी पंख छोटा हो तो वह…
Read More...