अरे! प्रजा धर्म भूल गये
रह-रह कर हूक उठी कि किसी से पूछ लूं कि मैं उन्हें जिंदा दिखाई पड़ रहा हूं क्या? सहमते-सहमते मैंने एक युवा से पूछ लिया। इस पर उसने अजनबी निगाह से देखा। बोला, कहां-कहां से आ जाते हैं, कार्टून। इन्हें अपने होने पर ही शक है। फिर...मैंने मन ही मन हिसाब लगाया कि वे 1950 में अवतरित हुए थे। इस तरह तो वे 96…
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