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विचार

पुण्य स्नान में बटती रही मौत!

हरिद्वार कुंभ के कारण संक्रमण के फैलाव की आशंका कई गुना बढ़ी: प्रो. दुबे   जनता आगामी 15 दिनों तक बनाए रखें गंगा स्नान से दूरी: प्रो. त्रिपाठी -डा. श्रीगोपाल नारसन, एडवोकेट, देहरादून। कुंभ का कैसा यह साया कोरोना का कहर बरपाया जिंदगी जैसे थम गई हो डर से सहम सी गई हो घर में रहने को…
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बेवफा कोरोना

पहली बार कोई पवित्र काया, ऊंची गद्दी पर बैठी है। उस पर भी अविश्वास! भाई ये तो घोर कलियुग है। यहां जनता के अवतार पर भी सवाल-दर-सवाल, मेरा तो दिल बैठा जा रहा है। कैसे बेवफा लोग हैं? वे कोरोना पर भी शक कर रहे हैं। कह रहे हैं ये वायरस नहीं है महज सियासत है। लो कल्ल लो बात!... मैं चिल्ला कर कह रहा…
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खतरनाक दौर में कोरोना

देश की खस्ताहाल अर्थव्यवस्था दूसरा झटका सहन करने की स्थिति में नहीं है। वैक्सीन की कमी को देखते हुए उसके निर्यात पर रोक लगाने और विदेशी वैक्सीन के इस्तेमाल की इजाजत देना सराहनीय कदम है। सरकार के एक भी काम से अविश्वास की भावना नहीं पनपनी चाहिए... देश में कोरोना की दूसरी लहर चरम पर है। रोजाना 1.60…
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दिशा तय करेंगे चुनाव परिणाम

असम और पश्चिम बंगाल के चुनाव महत्वपूर्ण हैं। अब चुनाव परिणाम किसके पक्ष में जाएगा, यह कहना मुश्किल है पर इतना जरूर है कि चुनाव परिणामों से सरकार के काम काज पर मुहर जरूर दिखेगी... देश के पांच राज्यों के चुनाव परिणाम केंद्र सरकार और जिन राज्यों में चुनाव हुए या फिर अंतिम चरण में हैं, वहां की…
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कोविड-19ः वायरस को कमजोर करता है शरीर का पसीना

मजदूर और किसानों को कोरोना क्यों नहीं होता अमेरिका में हुई रिसर्च में हुआ खुलासा नयी दिल्ली : कोविड-19 के 500 से ज्यादा स्ट्रेन का पता चला है और इनमें से कुछ तो बेहद जानलेवा है। यह इतनी खतरनाक है कि जांच रिपोर्ट आने से पहले संक्रमित व्यक्ति की मौत हो जाती है। एक बात सब ने ध्यान दी है कि…
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‘किसान लीला’ एक लाट साहब की!

चाणक्य मंत्र का विशेष खुलासा वीरेंद्र सेंगर नयी दिल्ली। वे ‘लाट साहब’ हैं, अब राज्यपाल कहलाते हैं। यूं तो देशज बोली में आज भी गर्वनर को ‘लाट साहब’ ही माना जाता है। दिल्ली को ही देख लीजिए ‘छोटा’ सा राज्य है। वह भी पूर्ण राज्य नहीं है। यहां तो उपराज्यपाल होता है। यानी लाट साहब का गुटका…
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अटल है विश्वास

राजधर्म यही सिखाता है, ‘सबका विकास और सबका विश्वास’ से आगे-पीछे होते हुए चलते चलो, भ्रमित होना छोड़ो। आस्था को मजबूत करो, जनसेवक के साथ चलो और विश्वगुरु बन जाओ, अब इसके लिए रोजी-रोटी भी कुर्बान करनी पड़े तो सौदा सच्चा ही है... वीरेंद्र सेंगर देश की तरक्की की रफ्तार, वाकई में बहुत तेज हो गयी है।…
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लॉकडाउन, कोरोना और अर्थव्यवस्था

रोजगार के अवसर लाॅकडाउन खुलने के बाद बढ़े हैं, लेकिन स्थिति संतोषजनक नहीं है। ऐसे में जरूरत है कुशलता के साथ आर्थिक गतिविधियां जारी रखने और उन्हें आगे बढ़ाने की। लोगों को भी अपने स्तर पर सावधानी बरतनी होगी... धर्मपाल धनखड़ देश पिछले एक साल से कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहा है। इस जंग की शुरुआत…
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आसान नहीं डगर

 आगामी विधानसभा चुनाव में कुल पांच साल की उपलब्धियों को लेकर ही सरकार जनता के बीच जाएगी जिसमें त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार के चार साल भी शामिल होंगे। हां, भाजपा हाईकमान को यह जवाब अभी से ही तलाशना चाहिए कि आखिर कौन सी मजबूरी थी जिसकी वजह से ‘टीएसआर’ को हटाना पड़ा... संपादकीय, रणविजय सिंह…
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इलायची की खेती में है लाखों का मुनाफा, भारत है दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक

इलायची खेती के रूप में सबसे बड़ा उत्पादक है भारत। इलायची कोCARDAMOM के नाम से भी जाना जाता है।छोटी इलायची का उपयोग पुरानेसमय से मसाले के तौर पर किया जाता रहा है।
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