इटानगर, अरुणाचल प्रदेश। अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग जिले में भारत-म्यांमार सीमावर्ती क्षेत्र मनमाओ के हटमान गांव में स्थित असम राइफल्स के कैंप (कंपनी ऑपरेटिंग बेस, COB) पर गुरुवार तड़के आतंकियों ने हमला किया। घटना में दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल जवानों की पहचान राइफलमैन हरिशरण और राइफलमैन राहुल बोरा के रूप में हुई है।
घटना के संबंध में आधिकारिक सूत्र ने बताया कि हमला सुबह 2:30 से 3:00 बजे के बीच हुआ। एनएससीएन-केवाई (ए) ग्रुप के संदिग्ध हथियारबंद उग्रवादी अचानक कैंप पर हमला करने आए। दोनों घायल जवानों को तुंरत प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए असम के जोरहाट एयर फोर्स हॉस्पिटल नंबर 5 में भेजा गया। घायल जवानों की हालत स्थिर बताई जा रही है।
सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके में कॉम्बिंग ऑपरेशन शुरू कर दिया है ताकि हमलावरों को पकड़ कर उन्हें न्याय के दायरे में लाया जा सके। इस ऑपरेशन में असम राइफल्स और अन्य केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों की टीमें शामिल हैं। अधिकारियों ने कहा कि सीमा क्षेत्र की संवेदनशीलता को देखते हुए उच्च सतर्कता बरती जा रही है।
अरुणाचल प्रदेश का यह क्षेत्र पूर्वोत्तर भारत में उग्रवादी गतिविधियों के लिए जाना जाता है, जहां एनएससीएन-केवाई (ए) और अन्य उग्रवादी समूह समय-समय पर भारत-म्यांमार सीमा के पास सुरक्षा बलों पर हमले करते रहे हैं। इस हमले से सीमा सुरक्षा की चुनौती फिर से उजागर हुई है।
स्थानीय प्रशासन ने कहा कि हमले के बावजूद कैंप में तैनात जवानों का हौसला बुलंद है और सुरक्षा बल अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी जिम्मेदारी के साथ कर रहे हैं। क्षेत्रीय लोगों को भी आश्वस्त किया गया है कि प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां स्थिति पर पूरी तरह से नियंत्रण बनाए हुए हैं।
इस हमले के बाद केंद्र और राज्य सरकार ने सुरक्षा बलों को निर्देश दिए हैं कि सीमा पर चौकसी बढ़ाई जाए और किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयार रहें। इस घटना ने पूर्वोत्तर में सुरक्षा और सीमा प्रबंधन के महत्व को फिर से उजागर किया है।