कामाख्या-गुवाहाटी के बीच रेलवे का ‘अतिक्रमण हटाओ’ महाअभियान, 29 अवैध ढाँचे ध्वस्त!

सत्यनारायण मिश्र, वरिष्ठ पत्रकार
गुवाहाटी। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफ रेलवे) ने रेलवे की जमीन पर अवैध कब्जों के खिलाफ जोरदार कार्रवाई शुरू कर दी है। इसी कड़ी में, कामाख्या और गुवाहाटी रेलवे स्टेशनों के बीच एक सनसनीखेज ‘अतिक्रमण हटाओ’ अभियान चलाया गया, जिसने अवैध कब्जाधारियों के होश उड़ा दिए! 14 जून 2025 को सुबह 10:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक चले इस मेगा ऑपरेशन में रेलवे ने किलोमीटर 8/0 से 10/0 के बीच बने 29 अवैध अस्थायी ढाँचों को जमींदोज कर दिया।

पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा ने बताया कि इस अभियान में रेलवे ने अपनी ताकत और समन्वय का शानदार नमूना पेश किया। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के 10 जवान, सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) के 7 कर्मी, पानबाजार और फैंसीबाजार थानों के 6 पुलिसकर्मी, और एसएसई/पी.वे विभाग के 20 कर्मचारियों ने कंधे से कंधा मिलाकर इस मिशन को अंजाम दिया। इस संयुक्त ऑपरेशन ने न केवल रेलवे की जमीन को मुक्त कराया, बल्कि रेलवे की सुरक्षा, स्वच्छता और परिचालन दक्षता को सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया।
शांतिपूर्ण रहा ऑपरेशन, कोई अप्रिय घटना नहीं
तीन घंटे तक चले इस अभियान में पूरी तरह शांति और व्यवस्था बनी रही। किसी भी तरह की अप्रिय घटना के बिना रेलवे ने अपनी संपत्ति को अवैध कब्जों से मुक्त करा लिया। एनएफ रेलवे ने सभी प्रतिभागी टीमों की तारीफ की और कहा कि उनकी त्वरित और प्रभावी कार्रवाई से यह मिशन ऐतिहासिक बन गया।
रेलवे की चेतावनी: अवैध कब्जे बर्दाश्त नहीं!
एन.एफ. रेलवे ने साफ कर दिया है कि वह रेलवे की जमीन पर किसी भी तरह के अवैध कब्जे को बख्शने के मूड में नहीं है। रेलवे ने जनजागरूकता अभियान, निगरानी गश्त, और सख्त कानूनी कार्रवाई के जरिए अतिक्रमण पर लगाम कसने की रणनीति बनाई है। यात्रियों और स्थानीय लोगों से अपील की गई है कि वे रेल प्रशासन का साथ दें और अवैध कब्जों की जानकारी तुरंत साझा करें।
आगे की योजना: रेलवे का विकास और सुरक्षा पर फोकस
यह अभियान रेलवे की उस प्रतिबद्धता का हिस्सा है, जो यात्रियों की सुरक्षा, बुनियादी ढाँचे के विकास, और रेलवे संपत्ति की रक्षा को प्राथमिकता देता है। एनएफ रेलवे ने भविष्य में भी ऐसे अभियानों को और तेज करने का संकल्प लिया है, ताकि रेलवे का परिचालन सुचारु रहे और क्षेत्र का विकास निर्बाध गति से हो सके। रेलवे की जमीन पर अवैध कब्जे हटने से न केवल रेलवे स्टेशनों की रौनक बढ़ेगी, बल्कि क्षेत्र की सुरक्षा और स्वच्छता में भी सुधार होगा।
रेलवे का यह धमाकेदार अभियान मालीगांव से लेकर गुवाहाटी तक चर्चा का विषय बना हुआ है।

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