भुवनेश्वर: ओडिशा अगले तीन दिनों तक तीव्र गर्मी और अत्यधिक नमी की दोहरी मार झेलने के लिए तैयार हो रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि राज्य के तटीय और आंतरिक जिलों में असहनीय गर्मी और भारी नमी के कारण लोगों को अत्यधिक असुविधा का सामना करना पड़ सकता है। यह स्थिति 10 जून तक बनी रह सकती है।
IMD के अनुसार, तटीय जिलों में विशेष रूप से अत्यधिक गर्मी महसूस की जाएगी, जहां नमी का स्तर भी बेहद ऊँचा रहेगा। इसके चलते ‘हीट इंडेक्स’ या गर्मी का महसूस होने वाला तापमान वास्तविक तापमान से कहीं अधिक होगा। कई पश्चिमी जिलों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंचने की संभावना है, जिससे लू (हीटवेव) जैसी स्थिति बन सकती है।
इन जिलों में बढ़ा खतरा
देवगढ़, सुंदरगढ़, सुबरनापुर, नयागढ़, बौध और बरगढ़ जिलों में हीटवेव जैसी परिस्थितियों के उत्पन्न होने की संभावना जताई गई है। वहीं, भवनिपटना, झारसुगुड़ा, बोलांगीर, टिटिलागढ़, ढेंकानाल, जाजपुर, भद्रक और बारिपदा को भी उच्च तापमान की चेतावनी के दायरे में रखा गया है।
हालांकि, कुछ आंतरिक और पश्चिमी भागों में बिखरे हुए तूफानों और आंधियों की संभावना जताई गई है, लेकिन IMD ने स्पष्ट किया है कि इससे समग्र तापमान में कोई विशेष गिरावट नहीं आएगी। इन तूफानों से केवल क्षणिक राहत मिल सकती है।
स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए सलाह
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भी चेतावनी दी है कि इस तरह की गर्मी में डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक और थकावट जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। लोगों को सलाह दी गई है कि वे दोपहर के समय बाहर निकलने से बचें, हल्के और सूती कपड़े पहनें, खूब पानी पिएं और बच्चों व बुजुर्गों की विशेष देखभाल करें।
प्रशासन ने कसी कमर
राज्य प्रशासन ने भी इस अलर्ट को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारियों को सतर्क रहने और आवश्यक तैयारी रखने के निर्देश दिए हैं। शीतल जल केंद्रों, प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों और मोबाइल स्वास्थ्य इकाइयों को सक्रिय रखा गया है।
गर्मी के इस प्रकोप के बीच सभी नागरिकों से आग्रह किया गया है कि वे मौसम विभाग की सलाह का पालन करें और सतर्क रहें।