नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के मामलों में एक बार फिर वृद्धि दर्ज की जा रही है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, भारत में सक्रिय मामलों की संख्या अब बढ़कर 5,755 हो गई है।
बीते 24 घंटों के भीतर कुल 391 नए संक्रमण के मामले सामने आए हैं, जिससे स्वास्थ्य विशेषज्ञों और प्रशासन की चिंता बढ़ गई है।
इन नए मामलों में सबसे अधिक प्रभावित राज्य केरल है, जहां पिछले 24 घंटों में 127 नए कोरोना केस सामने आए हैं। राज्य में अब कुल 1,806 सक्रिय मामले हैं, जो पूरे देश में सबसे अधिक हैं। इसके बाद गुजरात, पश्चिम बंगाल और दिल्ली में भी संक्रमण की रफ्तार तेज देखी जा रही है।
हालांकि इन राज्यों में मामलों की सटीक संख्या अलग-अलग समय पर बदलती रहती है, लेकिन स्वास्थ्य अधिकारियों ने सतर्कता बरतने और आवश्यक सावधानियां अपनाने की अपील की है।
वर्तमान आंकड़ों के अनुसार, देश में हाल ही में कोरोना वायरस से चार मरीजों की मृत्यु हुई है। मृतकों में से एक-एक मरीज केरल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु से संबंधित हैं।
इन मौतों ने यह संकेत दिया है कि भले ही कोरोना का प्रभाव पहले की तुलना में कम हुआ हो, लेकिन यह पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है और गंभीर परिणाम अब भी संभव हैं, विशेषकर बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों के लिए।
हालांकि इन चिंताजनक आंकड़ों के बीच एक राहत की बात यह है कि कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या में भी लगातार वृद्धि हो रही है। पिछले 24 घंटों के दौरान 5,484 लोग संक्रमण से पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। इससे देश का रिकवरी रेट अभी भी संतोषजनक बना हुआ है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जनता से अपील की है कि वे मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और समय-समय पर हाथ धोने जैसे कोविड-उपायों को फिर से अपनाएं। इसके साथ ही जिन लोगों ने अभी तक बूस्टर डोज नहीं ली है, उन्हें शीघ्र टीकाकरण कराने की सलाह दी गई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि गर्मियों में वायरस का प्रभाव अपेक्षाकृत कम हो सकता है, लेकिन मानसून में संक्रमण फैलने की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में सरकार और आम जनता को मिलकर सतर्कता बरतनी होगी ताकि एक और लहर को रोका जा सके।