मानवाधिकार आयोग जाने की तैयारी
रायगढ। प्रेस में बयान दिए हो अब तुम्हे ट्रैक्टर वापस नहीं करेंगे”।यह धमकी वन विभाग के अधिकारी ने कल रात दस बजे एक आदिवासी परिवार को अपने कार्यालय बुलाकर दिया है।
गौर तलब है कि नारायण सोरेन के दो पुत्रों और एक ट्रैक्टर के मालिक जो गोपालपुर के निवासी है वन विभाग के कर्मचारी ने उन्हें रात्रि 10 बजे अपने कार्यालय बुलाकर उनके मोबाइल को बंद कर देने कहा और उक्त धमकी देते हुए इन पीड़ितों को घंटों कार्यालय में बिना वजह बिठाकर रखा और उपरोक्त धमकी दिया।
आज पीड़ित परिवार के सदस्य नारायण सोरेन ने अपनी व्यथा को प्रेस से सांझा करते हुए कहा कि विगत दिन वे अपनी पट्टा धारी जमीन का भूमि समतलीकरण का कार्य करते समय वन विभाग के अमला मौके पर पहुंचकर बिना कोई उचित कारण के संबंधित विभाग ने ट्रैक्टर को जप्त कर लिया था। लगभग 20 दिनों के बाद भी ट्रेक्टर को मालिक को सुपुर्द नहीं किया गया तब जाकर नारायण सोरेन ने जिलाधीश को इस संबंध पीड़िता के साथ न्याय करने की गुहार लगाते हुए एक ज्ञापन सौंपा था।
लेकिन दो दिन पहले वन विभाग के अधिकारी ने पीड़ित दोनों परिवार के सदस्य को रात्रि दस बजे अपने कार्यालय में बुलाकर उक्त धमकियां देते हुए कहा देखते है कैसे तुम ट्रैक्टर ले जाते हो। कोलेक्टर को शिकायत करते हो,प्रेस में देते हो कौन कोलेक्टर तुम्हे ट्रैक्टर दिलाता हम देखेंगे।
इसके साथ ही उक्त पीड़ित परिवार के सदस्यों को अश्लील शब्दों से गाली गलौज करते हुए उन्हें औकात में रहने की धमकी भी दी।
श्री नारायण ने कहा कि वनविभाग के अधिकारी के खिलाफ वे मानवाधिकार आयोग में शिकायत करने का मन बना लिया है।अतिशीघ्र वनविभाग के खिलाफ इसकी शिकायत जिला कलेक्टर और संबंधित विभाग में करने के बाद मानवाधिकार आयोग में भी शिकायत किया जाएगा।